Saturday , April 20 2024
Home / Uncategorized / हैवानियत और क्रूरता से परेशान मासूम बच्ची ने थाने पहुंचकर पुलिस को सुनाई बर्बरता की कहानी

हैवानियत और क्रूरता से परेशान मासूम बच्ची ने थाने पहुंचकर पुलिस को सुनाई बर्बरता की कहानी

एक हैवान पिता की क्रूरता से परेशान मासूम बच्ची अपनी बुआ के घर से निकलकर सीधे फरीदाबाद पुलिस थाने पहुंच गई। बच्ची ने थाने पहुंचकर पुलिस को अपने पिता की बर्बरता की कहानी सुनाई। आरोपी पिता बीते तीन साल से करंट लगाने से लेकर बच्ची को गर्म चम्मच से दागकर बच्ची को प्रताड़ित कर रहा था। बच्ची के बयान पर फरीदाबाद सेक्टर-31 पुलिस ने आरोपी पिता के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं बच्ची और उसकी मां को वन स्टॉप सेंटर में रखा गया है। बाल कल्याण समिति के सामने बच्ची ने पिता के साथ रहने से इनकार कर दिया है।

पुलिस के मुताबिक, मूलरूप से बिहार के सीतामढ़ी जिला निवासी नौ वर्षीय बच्ची बीते सोमवार को अपने माता-पिता के साथ सेक्टर-31 में अपनी बुआ के घर आई थी। शनिवार को भी उसके पिता ने बुआ के घर में बच्ची को पीटा। उसके मुंह पर जूते से लात मारी। इससे बच्ची बुरी तरह चोटिल हो गई। उसका होंठ भी फट गया। किसी तरह बच्ची अपने घर से निकलने में कामयाब हो गई। रास्ते में बच्ची को एक ऑटो वाला मिला।

ऑटो वाले से उसने कहा कि उसे थाने जाना है। इस पर ऑटो चालक बच्ची को सेक्टर-31 थाने के बाहर छोड़कर चला गया। जब बच्ची ने थाने पहुंचकर पुलिसकर्मियों को अपने पिता की क्रूरता की कहानी सुनाई तो पुलिकर्मियों भी हैरान हो गए।

इसके बाद चाइल्ड हेल्पलाइन की सदस्य सुनीता को सूचित किया गया। उन्होंने थाने पहुंचकर बच्ची से बातचीत की। चाइल्ड हेल्पलाइन की सदस्य ने बताया कि नौ वर्षीय बच्ची के साथ उसका पिता करीब तीन वर्ष से उसके साथ अक्सर मारपीट करता आ रहा है। बच्ची ने बताया कि एक बार चम्मच गर्म करके भी उसे जलाया था। बच्ची के पैर में अभी भी जलने का निशान है। एक बार बच्ची को उसके पिता ने करंट भी लगाया था।

दूसरी कक्षा के बाद स्कूल नहीं जाने दिया

बच्ची स्कूल में पढ़ना चाहती है, लेकिन उसके पिता ने दूसरी क्लास के बाद से स्कूल भी नहीं जाने दिया। बच्ची की मां ही उसे घर में पढ़ाती है। चाइल्ड हेल्पलाइन सदस्य सुनीता ने बताया कि पीड़ित बच्ची की छोटी बहन भी है। जांच के दौरान उन्हें वह बच्ची भी अपने पिता से आतंकित नजर आई।

बाल कल्याण समिति के सदस्य सुनील यादव ने बताया कि आरोपी बच्चों के अलावा पत्नी, मां और परिवार के बाकी लोगों के साथ भी झगड़ा कर चुका है। वह अक्सर मारपीट करता रहता है। बच्ची 19 जनवरी को भी मारपीट से तंग होकर घर से निकल गई थी। बिहार में एक बार तीन-चार माह शेल्टर होम में भी रह चुकी है।