रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को आज एक साल हो गया है। युद्ध की पहली वर्षगांठ पर चीन ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। चीन ने कहा कि युद्ध को अब रोकना चाहिए। संघर्ष और युद्ध से किसी का फायदा नहीं हुआ है। युद्ध विराम कर धीरे-धीरे स्थिति को आसान और सामान्य बनाना चाहिए। चीन ने कहा कि सभी पक्षों को मिलकर साथ रहना चाहिए और संयम बरतना चाहिए। आग की लपटों को हवा देने से बचें, ताकि बढ़ते तनाव और संकट को और बिगड़ने से रोका जा सके।यूक्रेन ने पोजीशन पेपर को एक अच्छा संकेत बताया और कहा कि हम अपेक्षा करते हैं कि चीन यूक्रेन के समर्थन में अधिक सक्रिय होगा। यूक्रेन के प्रभारी डी अफेयर्स झन्ना लेशचिंस्का ने कहा कि हमें आशा है कि चीन भी रूस से युद्ध रोकने का आग्रह करेगा और अपने सैनिकों को वापस बुलाने के लिए कहेगा।
परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं हो- चीन
चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि युद्ध में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए और न हीं परमाणु युद्ध होना चाहिए। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम किसी के द्वारा बायोलॉजिकल और केमिकल हथियारों के विकास का विरोध करते हैं।
एकतरफा प्रतिबंध व अधिकतम दबाव मुद्दे का हल नहीं
यूरोपीय संघ के राजदूत जॉर्ज टोलेडो ने शुक्रवार को बीजिंग में एक ब्रीफिंग में संवाददाताओं से कहा कि चीन का पोजीशन पेपर शांति प्रस्ताव नहीं था, लेकिन ईयू इसका अध्ययन करेगा। उन्होंने कहा कि यदि पोजीशन पेपर यूक्रेन के लिए एक सकारात्मक संकेत है, तो यह यूरोपीय संघ के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है। हालांकि हम इस पेपर का बारीकी से अध्ययन कर रहे हैं। चीन ने अपने पोजीशन पेपर में कहा कि एकतरफा प्रतिबंध और अधिकतम दबाव इस मुद्दे को हल नहीं कर सकता है। इससे केवल नई समस्याएं पैदा होंगी। चीन संयुक्त राष्ट्र द्वारा अनधिकृत एकतरफा प्रतिबंधों का विरोध करता है।
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