
रायपुर 17 जनवरी।छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि किसानों के व्यापक हित में केवल एक फसल के लिए मूल्य नीति तय करने के बजाय स्थायी रूप से मूल्य नीति बनाई जानी चाहिए।
श्री अग्रवाल ने आज यहां कृषि लागत एवं मूल्य आयोग के अध्यक्ष प्रोफेसर विजय पॉल शर्मा से मुलाकात के दौरान यह मांग की।उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में दलहनी और तिलहनी फसलों का रकबा बढ़ाने तथा कृषि उत्पादों की प्रोसेसिंग यूनिट लगाने केन्द्र सरकार से मदद मिलनी चाहिए।श्री अग्रवाल ने कहा कि खरीफ मौसम के लिए लागू प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में स्थानीय परिस्थितियों को भी शामिल करने की जरूरत है।
उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ में बागवानी फसलों की व्यापक संभावनाओं को देखते हुए फल-फूलों, मसाला फसलों और सब्जियों की खेती को बढ़ावा देने की जरूरत है।किसानों की आय दोगुनी करने बागवानी उत्पादों की भी प्रोसेसिंग यूनिट लगाना जरूरी है।उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने केन्द्र सरकार से धान का समर्थन मूल्य बाईस सौ 50 रूपए प्रति क्विंटल करने का आग्रह किया है।
आयोग के अध्यक्ष प्रो.शर्मा ने मंत्री को बताया कि आज की बैठक में छत्तीसगढ़ के किसानों ने मुखर होकर अपनी बातें रखी। किसानों से हुई चर्चा से खरीफ फसल की मूल्य नीति तैयार करने में स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप केन्द्र सरकार को अनुशंसा करने में सहायता मिलेगी। छत्तीसगढ़ के किसान अपने हितों के लिए जागरूक हैं। बैठक में किसानों से काफी उपयोगी सुझाव प्राप्त हुए हैं।
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