सांकरा(दुर्ग)21 मई।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि किसानों को मजबूत करने का राजीव जी का सपना छत्तीसगढ़ में पूरा हो रहा हैं।
श्री बघेल ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व.राजीव गांधी के शहादत दिवस के अवसर पर आयोजित भरोसे के सम्मेलन में महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के विभिन्न भवनों का भूमिपूजन तथा न्याय योजनाओं की दो हजार 28 करोड़ 92 लाख रूपए की राशि हितग्राहियों के खाते में अंतरित करते हुए कहा कि पंचायती राज को मजबूत करना और कम्प्यूटर क्रांति राजीव जी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।आज न्याय योजनाओं के माध्यम से हितग्राहियों के खाते में सीधे राशि अंतरित कर हम छत्तीसगढ़ के किसानों को मजबूत करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 443 करोड़ रूपए के विकास कार्यों की सौगात दी। इसमें 68 करोड़ 26 लाख रूपए की लागत से तैयार हुए 17 कार्यों का लोकार्पण तथा 374 करोड़ 87 लाख रूपए के 71 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। इस मौके पर हितग्राहीमूलक योजनाओं के हितग्राहियों को भी सामग्री वितरण किया गया।
श्री बघेल कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व.राजीव गांधी जी का कहना था कि जब तक किसान मजबूत नहीं होगा, देश की अर्थव्यवस्था मजबूत नहीं होगी, हमने इस विचार को साकार करने का काम किया। कोरोना के कठिन काल में भी हमने न्याय योजनाओं की राशि का अंतरण किसानों के खाते में किया।श्री बघेल ने कहा कि आज देश में सबसे अच्छी स्थिति में छत्तीसगढ़ के किसान हैं। आज किसानों और मजदूरों के खाते में विभिन्न न्याय योजनाओं की 02 हजार 28 करोड़ रुपए से अधिक की राशि अंतरित की गई है। 24 लाख से अधिक किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना की पहली किश्त भेजी गई हैं।
उन्होने कहा कि हम रामायण महोत्सव का आयोजन भी कर रहे हैं और गुरू घासीदास जी से जुड़े स्थलों का विकास कर रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार स्व.राजीव गांधी के सपनों को सकार करने का कार्य कर रही है। गांधी जी के सपनों के अनुरूप गांव गरीब का विकास कर रही है।
इस मौके पर राज्य की कांग्रेस प्रभारी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सुश्री शैलजा कुमारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हर जगह लोगों के चेहरों पर मुस्कुराहट नजर आती है, जिसे देखकर लगता है कि स्वर्गीय राजीव जी का सपना साकार हुआ है।छत्तीसगढ़ में जो खुशहाली आई है, लोगों को जो भरोसा बना है। वह मेहनत से उपजा भरोसा है। इसके पीछे कई दिनों की मेहनत है। यहां के धरती के बेटे, किसान के बेटे ने लोगों की खुशहाली का सपना साकार किया है।