रायपुर, 10 अगस्त।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज पीटीएस माना के समीप नवनिर्मित अत्याधुनिक इंडोर फायरिंग रेंज ‘‘लक्ष्य’’ के साथ 05 पुलिस रेंज में नये साईबर थानों एवं नवीन सुदृढ़िकृत थाना भवनों का उद्घाटन किया।
श्री बघेल ने इसके अलावा रायपुर, बिलासपुर एवं बलरामपुर में पुलिस ट्रांजिट मेस, 16वीं वाहिनी नारायणपुर में 48 पुलिस आवासगृहों के निर्माण कार्यों की आधारशीला बटन दबाकर वर्चुअली रखी। पुलिस के कार्यो में सुगमता व गति लाने विभिन्न पुलिस इकाइयों को 155चार पहिया वाहन एवं महिला हेल्पडेस्क हेतु 67 स्कूटी वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर श्री बघेल द्वारा रवाना किया गया।
श्री बघेल ने इस मौके पर अपने उद्बोधन में कहा कि आज का दिन छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए महत्वपूर्ण है। स्वतंत्रता दिवस के पूर्व आज पुलिस विभाग को अनेक सौगातें मिली। आज के युग में जितने संसाधन व सुविधाए बढ़ेंगे उतनी ही तेजी से अपराध को रोकने में सफलता मिलेगी। उन्होने आगे कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग अपराधी भी करेंगे इस कारण इनसे निपटने के लिए पुलिस को दो कदम आगे रहकर अपराधों पर नियंत्रण करना होगा, उन्होंने उद्बोधन में आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस का उपयोग पुलिसिंग हेतु करने के लिए पुलिस विभाग को प्रेरित किया।
उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस के अधिकारियों एवं जवानों द्वारा राज्य में कानून व्यवस्था एवं अपराध नियंत्रण के लिए जो काम किये गये हैं, वह महत्पूर्ण है। नक्सली समस्या कम हुई है यह छत्तीसगढ़ पुलिस की सबसे बड़ी उपलब्धि है। प्रदेश की कानून व्यवस्था अन्य राज्यों से बेहतर है, यह सब पुलिस की कार्यकुशलता और कड़ी मेहनत से संभव हुआ है, यह पुलिस विभाग के लिये सबसे बड़ी उपलब्धि है। उन्हानें आगे कहा कि कम नुकसान पर अधिक सफलता की नीति पर हम काम कर रहे हैं। साथ ही शहीद वीर अधिकारी/जवानों के बलिदानों को भुलाया नही जा सकता।
श्री बघेल ने कहा कि बस्तर के लोगों का छत्तीसढ़ शासन पर विश्वास बढ़ा है, जो छत्तीसगढ़ पुलिस के कार्यो से संभव हुआ है। उन्होंने कहां कि छत्तीसगढ़ पुलिस के अधिकारी/कर्मचारियों के लिए किट भत्ता में पिछले दिनों वृद्धि की गई है और पौष्टिक आहार भत्ते में वृद्धि पर विचार किया जाएगा। पुलिस के कल्याण और सुविधाओं में किसी प्रकार की कमी नहीं होगी। इस कार्यक्रम में पुलिस विभाग द्वारा प्रकाशित ‘‘कॉफी टेबल बुक’’ का अनावरण भी किया गया इसमें पुलिस के विकास, विश्वास और सुरक्षा में पिछले 23 वर्षों के वीरता, बलिदान और शौर्य की कहानी है।