पेटीएम ब्रांड की मालिक फिनटेक फर्म वन97 कम्युनिकेशंस ने एक बयान जारी किया। इस बयान में कंपनी ने बताया कि उन्होंने कर्मचारियों की छंटनी करना शुरू कर दिया। पेटीएम ने अपने बयान में बताया कि वह कर्मचारियों को आउटप्लेसमेंट के लिएमदद कर रही है।
मार्च 2024 तिमाही में पेटीएम के सेल इम्प्लॉज की संख्या तिमाही-दर-तिमाही आधार पर लगभग 3,500 घटकर 36,521 रह गई। कर्मचारियों की संख्या में आई कमी की मुख्य वजह आरबीआई द्वारा लिया गया एक्शन है। भारतीय रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक की सेवाओं पर प्रतिबंध लगाया था।
वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) उन कर्मचारियों को आउटप्लेसमेंट देने में मदद कर रहा है, जिन्होंने कंपनी के पुनर्गठन प्रयासों के तहत इस्तीफा दे दिया है।
कंपनी ने बताया कि कंपनी की मानव संसाधन टीमें 30 से अधिक कंपनियों के साथ सक्रिय रूप से सहयोग कर रही हैं। हालांकि, पेटीएम ने पुनर्गठन से प्रभावित कर्मचारियों की संख्या का खुलासा नहीं किया।
कंपनी के बयान के अनुसार पेटीएम कर्मचारियों को बोनस भी दे रही है, जिससे प्रक्रिया में निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।
आरबीआई का एक्शन
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने ग्राहकों के हित को ध्यान में रखते हुए पेटीएम के सहयोगी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को किसी भी ग्राहक खाते, वॉलेट और फास्टैग में जमा, क्रेडिट लेनदेन या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया था। आरबीआई ने 15 मार्च 2024 से पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड प्रतिबंध लगाया था।
आरबीआई के एक्शन के बाद पेटीएम ने जानकारी दी कि जनवरी-मार्च 2024 में घाटा बढ़कर 550 करोड़ रुपये हो गया है। एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी को 167.5 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
पेटीएम ने अपने बयान में कहा
वित्त वर्ष 2024 की अपनी आय जारी करने के लिए अपनी गैर-प्रमुख व्यावसायिक लाइनों में कटौती करेगा, और एआई के नेतृत्व वाले हस्तक्षेपों के माध्यम से एक दुबला संगठन संरचना बनाए रखने के अपने प्रयासों को जारी रखेगा। कंपनी सक्रिय रूप से लाभप्रदता बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है।
आज पेटीएम के शेयर (Paytm Share Price) 3 फीसदी की तेजी के साथ 396.20 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा है।