मध्यप्रदेश के कटनी जिले में बैगा बाहुल्य इलाके में शामिल ग्राम में अब तक की सबसे बेहतर सुविधाओं और पत्थर, बांस जैसे स्थानीय संसाधनों का प्रयोग करते हुए भव्य सुंदर और व्यवस्थित आंगनवाड़ी का निर्माण कराया गया है।
देशभर में आदिवासी जनजाति के लोगों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जनमन योजना चलाई जा रही हैं। इसी योजना का सीधा लाभ ढीमरखेड़ा तहसील के घने जंगलों के बीच बसे बैगा समुदाय विशेष जनजाति वाले ग्राम कारोपानी को मिला है, जो मध्यप्रदेश के कटनी जिले से 75 किमी दूर बसा है।
इस ग्राम के उत्थान के लिए कलेक्टर अवि प्रसाद ने गोद लेते हुए कई विकास कार्यों की शुरुआत जनमन योजना से कराई है। जैसे लोगों को कच्ची झोपड़ी से निकालकर पक्के भवन निर्माण कार्य जारी करवाया है। वहीं बच्चों को बुनियादी शिक्षा बेहतर हो, इसके लिए एक भव्य और व्यवस्थित आंगनवाड़ी भवन का निर्माण कराया है।
कटनी जिले के अंतिम छोर मे बसे विशेष जनजाति बैगा बाहुल्य गांव कारोपानी उन 11 ग्रामों में शामिल है जो प्रकृति की गोद में बसे होने के चलते विकास के नाम पर काफी पिछड़े हुए थे। कलेक्टर अवि प्रसाद बताते है कारोपानी एक बैगा आदिवासी बाहुल्य इलाके वाला ग्राम है, जिसे हाल ही में वनग्राम का दर्जा वापस लेते हुए राजस्व का हिस्सा बना गया है। यहां की आंगनवाड़ी को गोद लेते हुए जनमन योजना से 6 हजार वर्गफीट के एरिया में अधिकृत किया और बच्चों के खेलकूद से लेकर झूले लगाए गए है। वहीं आंगनवाड़ी को आकर्षित बनाने के लिए 1140 वर्गफिट में भवन निर्माण 18 लाख की लागत से कराया है। जिसकी बाहरी दीवारों के लिए स्थानीय पत्थरों तो खिड़कियों और बालकनी को लड़की और बांस का उपयोग किया है, ताकि पूरा भवन इको-फ्रेंडली बना रहे है।
बीजेपी विधायक धीरेंद्र सिंह ने भवन को देखकर काफी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि ऐसा आंगनबाड़ी केंद्र पूरे देश में कहीं नहीं है। यह किसी रिसोर्ट या बंगले की तरह बनाया गया। जहां एक भव्य हॉल, एक ऑफिस रूम, एक किचन, एक गेस्टरूम अटैच लैट-बाथ के साथ एक एक्टिविटी रूम अटैच लैट-बाथ बनाया है।