रायपुर 10 सितम्बर।केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले चार वर्षों में छत्तीसगढ़ सरकार को सड़क निर्माण कार्य के लिए लगभग 35 हजार करोड़ दिए हैं। अब सड़क निर्माण के लिए और 40 हजार करोड़ दिए जाएंगे।
श्री गडकरी ने आज दुर्ग जिले के चरौदा में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की मौजूदगी में रायपुर-दुर्ग बायपास, रायपुर-दुर्ग के मध्य चार फ्लाई ओव्हर एवं रायपुर शहर के टाटीबंध जंक्शन फ्लाई ओव्हर निर्माण कार्य का भूमिपूजन करने तथा साथ ही साथ आरंग से सरायपाली मार्ग एवं रायपुर-दुर्ग मार्ग का चौड़ीकरण का लोकार्पण करने के बाद आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि भी किया गया। दुर्ग जिले के चरौदा नगर के दशहरा मैदान में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार के पास पैसे की कमी नहीं है। काम गुणवत्ता पूर्ण होने चाहिए। हमने काम के लिए ऐसी प्रणाली विकसित की है कि ठेकेदारों के एक रुपया भी बकाया नहीं है।
उन्होने कहा कि वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ सहित तीन नए राज्य पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने बनाये। इनमें छत्तीसगढ़ तेजी से विकास कर रहा है। कृषि विकास की दर यहां 6 प्रतिशत से भी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि कृषि के अंतर्गत हमें केवल चांवल, दाल, शक्कर और गेहूं तक ही सीमित नहीं रहना है। देश में इनका उत्पादन सरप्लस हो गया है। खेती किसानी में हमें नई तकनीकी को शामिल करना होगा।
श्री गड़करी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बायोफ्यूल विकास की काफी संभावनाएं हैं। यहां के जंगलों में रतनजोत के अलावा करंज, महुआ, नीम, कुसुम आदि के पौधे बड़ी मात्रा में उपलब्ध हैं, जो बायो डीजल के बड़े स्रोत हैं। इनसे तेल निकालने के लिए स्थानीय स्तर पर उद्योग लगेंगे, जिससे वनवासी परिवारों को लाभ मिलेगा। छत्तीसगढ़ पूरे देश के लिए बायोफ्यूल का हब बन सकता है।उन्होंने बताया कि नागपुर में लगभग एक हजार ट्रेक्टर बायोफ्यूल से चल रहे हैं। आवश्यकता इनमें और अनुसंधान करने की है।
श्री गड़करी ने कहा कि हमने अभी पेट्रोल में एथेनॉल मिलाकर वाहन चलाने का सफलतापूर्वक प्रयोग किया है। इसे और बढ़ावा दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ में धान की खेती के पैरा का उपयोग भी इथेनॉल निर्माण में किया जा सकता है। इससे किसानों को फायदा होने के साथ ही पेट्रोल के दाम भी कम होंगे।
मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में सड़कों के जाल बिछाने में श्री गड़करी जी का महत्वपूर्ण योगदान है। वे पहले ऐसे मंत्री है जो हमारी जरूरत को समझते हुए स्वयं होकर कार्यो की मंजूरी प्रदान कर देते है। कोई भी प्रस्ताव के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ता है। सड़क परिवहन मामलों के वे काफी जानकार है तथा यातायात को सुगम और गतिशील बनाने के लिए नए-नए उपाय करते रहते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आजादी से लेकर वर्ष 2014 तक राज्य में जितने सड़कों का निर्माण हुआ उससे 10 गुना ज्यादा सड़को का निर्माण पिछले 4 सालों में हुआ है। डॉ सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पहले केवल 3-4 मीटर चौड़ाई की सड़क बनती थी। यहां तो कई राष्ट्रीय राजमार्ग मिट्टी के भी बने थे जबकि देश मे कहीं ऐसा नहीं था। यह परम्परा अब बदली है। रोड अब 10 मीटर चौड़ी बन रही है। जरूरत के हिसाब से सड़क के ऊपर सड़क बनाया जा रहा है। सड़क निर्माण के क्षेत्र में श्री गड़करी ने काफी काम किये है। इतिहास में सड़क निर्माण के लिए प्रसिद्ध बादशाह शेरशाह सूरी के बाद श्री गड़करी ने ज्यादा ध्यान दिया है।