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प्रदेश में कृषि आधारित उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा- भूपेश

बेमेतरा 06 जनवरी।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि उनकी सरकार कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देगी, ताकि किसानों को उनकी उपज के लिए बेहतर बाजार और बेहतर मूल्य प्राप्त हो सके और उनमें स्थानीय युवाओं को रोजगार के भी अधिक से अधिक अवसर मिल सके।

श्री बघेल आज जिले के रामपुर में आयोजित छत्तीसगढ़मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के 73 वें वार्षिक अधिवेशन (धमधा राज) को मुख्य अतिथि की आसंदी से सम्बोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि प्रदेश वासियों केलिए जन घोषणा पत्र में जो वादे किए गए हैं ,उन्हें  पूरा करने के लिए सरकार वचनबद्ध है। श्री बघेल ने प्रदेश को नशामुक्त बनाने के लिए व्यापक जनभागीदारी की जरूरत पर भी बल दिया।

उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ के ग्रामीण जन-जीवन में सदियों से नाते-रिश्तेदारी को बढ़ावा दिया जाता रहा है। हमारी यह प्राचीन परंपरा पीढ़ी दर पीढ़ी आज भी कायम है। गांव की परंपरा के अनुरूप हम लोग चाहे वह किसी भी जाति-समाज का हो उनको कका, भाई, भतीजा, मामा, काकी, दीदी संबोधित करते आ रहे है और वरिष्ठजनों का चरण छूकर आशीर्वाद भी लेते है। यह नाते-रिश्तेदारी छत्तीसगढ़ की प्राचीन संस्कृति का अभिन्न अंग है और सामाजिक समरसता का एक बेहतर उदाहरण भी है।

श्री बघेल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने वादे के अनुरूप किसानों की ऋण माफी एवं 2500 रूपए प्रति क्विंटल धान खरीद कर रही है। श्री बघेल ने यह बात पुनःदोहराई कि किसानों के ऋण माफी में किन्तु-परन्तु नहीं होगा। के.सी.सी. लोन में क्रॉप लोन को छांट लेंगे, इससे सरकार पर 6 से 8-9 सौ करोड़ रूपए तक का व्यय भार आयेगा। किसानों के हित में जो भी होगा इसका पूरा ध्यान रखा जायेगा।

गृह एवं जेल मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि कुर्मी समाज का सामाजिक संगठन काफी मजबूत है। हमारे समाज में संगठन के जरिए रूढ़ीवाद को दूर करना, शिक्षा का प्रसार करना है। उन्होंने छत्तीसगढ़ी में अपनी बात रखते हुए कहा कि सामाजिक संगठन जरिए एक ही लाइन में अपनी बात रखता हॅू। आज शिक्षा, उद्योग, व्यापार, पढ़ाई-लिखाई के लिए ध्यान देना होगा।रूढ़ीवादी परंपरा को दूर रखें, समाज के संगठन के साथ जुड़कर समाज को आगे बढ़ाने की दिशा में कार्य करना होगा।