
नई दिल्ली 02 अगस्त।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर लोकसभा चुनाव में धांधली का गंभीर आरोप लगाया है।
श्री गांधी ने शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस के विधि, मानवाधिकार और आरटीआई विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय विधिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि हालिया लोकसभा चुनाव में 70 से 100 सीटों पर गड़बड़ी हुई है।उन्होने कहा कि “अगर सिर्फ 15 सीटों पर भी धांधली नहीं हुई होती, तो नरेंद्र मोदी आज देश के प्रधानमंत्री नहीं होते।” उन्होंने यह भी दोहराया कि कर्नाटक के एक निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता सूची में हेरफेर के जो साक्ष्य सामने आए हैं, वे “एटम बम” जैसे हैं, जिनका खुलासा आने वाले दिनों में किया जाएगा।
“सबूत के साथ सामने आएंगे”
श्री गांधी ने कहा, “हम साबित करेंगे कि चुनाव में किस तरह से धांधली हुई और कैसे यह संभव हुआ। 2014 से ही मुझे चुनावी प्रक्रिया पर संदेह है, लेकिन महाराष्ट्र के घटनाक्रम ने मुझे इस मुद्दे को और गंभीरता से लेने को मजबूर किया।”
उन्होंने कहा कि अब उनके पास सबूत हैं और वे इन्हें देश के सामने लाएंगे। उनका आरोप है कि निर्वाचन आयोग अपने कर्तव्यों का निष्पक्ष तरीके से पालन नहीं कर रहा है और यह संस्था अब समझौतों की शिकार हो चुकी है।
निर्वाचन आयोग की प्रतिक्रिया
निर्वाचन आयोग ने राहुल गांधी के इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए उन्हें “निराधार और निंदनीय” बताया है। आयोग ने यह भी कहा कि अब राहुल गांधी द्वारा आयोग और उसके कर्मचारियों को धमकाने की कोशिश की जा रही है, जो बेहद गंभीर मामला है।
“आग से खेल रहा हूं, लेकिन डरता नहीं हूं”
राहुल गांधी ने कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान एक व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए कहा, “कल मेरी बहन प्रियंका गांधी ने मुझसे कहा कि मैं आग से खेल रहा हूं। मैंने जवाब दिया कि हां, मुझे पता है, लेकिन मैं डरूंगा नहीं।”
उन्होंने यह भी कहा, “मेरे परिवार ने मुझे सिखाया है कि कायरों से डरना नहीं चाहिए। सबसे बड़ा कायरतापूर्ण काम किसी कायर से डरना होता है।”
“वकील हैं कांग्रेस की रीढ़”
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी की ऐतिहासिक विरासत में वकीलों की अहम भूमिका रही है। “स्वतंत्रता आंदोलन के समय कई वकील अग्रिम पंक्ति में थे। संविधान की कल्पना और निर्माण में भी वकीलों की बड़ी भूमिका रही है। आज भी वे कांग्रेस की रीढ़ हैं।”