
बिलासपुर/रायपुर, 09 सितंबर। कांग्रेस ने आज बिलासपुर के मुंगेली नाका में एक बड़ी जनसभा का आयोजन किया, जिसका मुख्य उद्देश्य था केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर वोट चोरी के आरोपों को लेकर देशव्यापी जनजागरण अभियान – “वोट चोर, गद्दी छोड़” को आगे बढ़ाना।
इस सभा में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मंच पर मौजूद रहे, जिनमें प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव, और पार्टी प्रभारी सचिवगण एस.ए. सम्पत, जरिता लैतफलांग, विजय जांगिड़ प्रमुख थे। सभा में हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और आम नागरिक शामिल हुए।
सचिन पायलट का तीखा हमला: “अगर नैतिकता है तो नरेंद्र मोदी जवाब दें”
सभा को संबोधित करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि देश में लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग अब स्वतंत्र नहीं रह गया है और उसकी नियुक्तियों में पारदर्शिता की जगह राजनीतिक हस्तक्षेप हावी हो गया है।
श्री पायलट ने कहा कि “राहुल गांधी ने वोट चोरी के गंभीर आरोप लगाए हैं। यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में नैतिकता है, तो उन्हें इन सवालों का जवाब देना चाहिए,”।उन्होंने कहा कि कांग्रेस देशभर में हस्ताक्षर अभियान चलाकर वोट चोरी के खिलाफ जनजागरण करेगी। पायलट ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव आयोग की ढाल बनकर जवाब देती है, जबकि लोकतंत्र की रक्षा की जिम्मेदारी आयोग की होनी चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बाढ़ से लोग त्रस्त हैं और सरकार त्योहार मना रही है। उन्होंने भाजपा सरकार को संवेदनहीन करार देते हुए कहा कि राज्य में तीन साल बचे हैं लेकिन लोग उलटी गिनती शुरू कर चुके हैं।श्री बैज ने कहा कि“राहुल गांधी ने ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ नारा देकर देशभर में लोकतंत्र के पक्ष में बिगुल फूंका है। हमें इस अभियान को हर गांव, हर मोहल्ले तक ले जाना है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार युवाओं, किसानों और कर्मचारियों की समस्याओं की अनदेखी कर रही है और सरकारी मशीनरी वोट चोरी में संलिप्त रही है।
नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा कि भाजपा ने छत्तीसगढ़ में चुनाव के दौरान वोटों में गड़बड़ी कर अपनी सरकार बनवाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनावों में वास्तविक वोट प्रतिशत और रिजल्ट में भारी अंतर था।उन्होने “हमारे वोट चुराकर नरेंद्र मोदी उधार के प्रधानमंत्री बने हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा और निर्वाचन आयोग एक गठजोड़ की तरह काम कर रहे हैं, और विपक्षी नेताओं को दबाया जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभा में कहा कि राहुल गांधी ने तथ्यों के साथ वोट चोरी का मुद्दा उठाया और बिहार में “वोट अधिकार यात्रा” के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि लाखों मतदाता सूची से हटा दिए गए थे।श्री बघेल ने कहा कि “राहुल गांधी ने जो मुद्दा उठाया है, वह लोकतंत्र के लिए एटम बम है। जल्द ही ‘हाइड्रोजन बम’ भी फूटेगा।”
उन्होंने दावा किया कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को वोट दिया गया, लेकिन जीत भाजपा की हुई। उन्होंने कहा कि ये केवल ईवीएम का मामला नहीं है, बल्कि मतदाता सूची में भी गड़बड़ी की गई।
पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव ने अपने संबोधन में दावा किया कि सरगुजा क्षेत्र में एक ही घर में 20-20 नाम जोड़ दिए गए और कुल 18,000 से 20,000 फर्जी वोट बनाए गए।उन्होने कहा कि “नोटा में 2000 वोट गिने गए, और कांग्रेस सिर्फ 94 वोट से हारी। यह सिर्फ संयोग नहीं, साजिश है।” उन्होंने कहा कि समय आने पर इस विषय पर ठोस सबूतों के साथ अदालत में दावा पेश किया जाएगा।