नई दिल्ली 28 मई।केंद्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार डा.के विजयराघवन ने कोरोना वायरस से संबंधित मूल लक्षणों में कोई बदलाव नहीं आने का दावा करते हुए आज कहा कि कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए लगभग 30 समूह वैक्सीन बनाने के कार्य में लगे हैं।
श्री राघवन ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि वैक्सीन विकसित करने के लिए तीन तरह से काम किया जा रहा है। इनमें स्वदेशी प्रयास, अन्य कंपनियों के साथ सहयोग से किये जा रहे प्रयास और प्रमुख कंपनियों द्वारा की जा रही पहल शामिल हैं। डॉ.राघवन ने कहा कि भारतीय संस्थान इस वायरस के लिए चार तरह की वैक्सीन विकसित कर रहे हैं।
उन्होने कहा कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए नई वक्सीन की खोज करना बहुत चुनौतीपूर्ण कार्य है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन आने से पहले कोविड-19 से बचाव के लिए पांच महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना अनिवार्य है। एक तो हमारी हाईजीन ठीक होनी चाहिये। यानी मास्क पहनना चाहिये, हाथ साफ करने चाहिये, दूसरी सरफेसेज़ को साफ करना चाहिये। तीसरी, फिजिकल डिस्टेन्सिंग मीट करनी चाहिये। यह तीनों आसान लगते हैं लेकिन जैसे लॉकडाउन निकलती है करना मुश्किल है और उसके लिये साइंस एंड टैक्नोलॉजी से तरह-तरह के साल्यूशन्स निकालने चाहिये। चौथे और पांचवें ट्रैकिंग और टेस्टिंग है।