रायपुर, 18 जून।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जाने माने साहित्यकार पंडित माधवराव सप्रे की जयंती पर उन्हें याद करते हुए कहा कि सप्रे जी के रचनात्मक और मूल्यपरक लेखन ने छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता को एक नई दिशा दी है।
श्री बघेल ने उनकी जयंती की पूर्व संध्या पर आज यहां उनके द्वारा रखी गई नींव पर ही छत्तीसगढ़ की पत्रकारिता समृद्ध हो रही है। सन् 1900 में जब प्रकाशन के लिए पर्याप्त सुविधाएं और आधुनिक तकनीकी नहीं थी, उन्होंने वामनराव लाखे जी और रामराव चिंचोलकर जी के सहयोग से पेण्ड्रा में मासिक हिन्दी पत्रिका ‘छत्तीसगढ़ मित्र‘ का सम्पादन और प्रकाशन शुरू किया। सप्रे जी द्वारा रचित कहानी ‘टोकरी भर मिट्टी‘ को भारतीय साहित्य में हिन्दी की पहली मौलिक कहानी का गौरव प्राप्त है।
उन्होने कहा कि अपनी लेखनी से छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय और साहित्यिक चेतना को विकसित करने में भी सप्रे जी का अमूल्य योगदान रहा है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उनकी लेखनी ने सैकड़ों सत्याग्रहियों का मार्गदर्शन किया और राष्ट्रप्रेम की प्रेरणा दी। सप्रे जी जीवन भर देश और साहित्य सेवा में लगे रहे।