नई दिल्ली 10 अक्टूबर।भारत और डेनमार्क ने आपसी सहयोग बढ़ाने के चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।
दोनों देशों के बीच विज्ञान प्रौद्योगिकी, जलवायु परिवर्तन और कौशल विकास के क्षेत्र में चार समझौतों पर सहमति हुई।इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेत्त फ्रेदरिक्सन ने कल द्वपक्षीय वार्ता की।
श्री मोदी ने वार्ता के बाद कहा कि एक वर्ष पहले दोनों देशों ने पर्यावरण सुरक्षा साझेदारी का ऐतिहासिक फैसला किया था।उन्होने कहा कि..ग्रीन स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप यह हम दोनों देशों की दूरगामी सोच और पर्यावरण के प्रति सम्मान का प्रतीक है। ये पार्टनरशिप एक उदाहरण है कि किस प्रकार सामूहिक प्रयास के द्वारा टेक्नोलॉजी के माध्यम से पर्यावरण को संरक्षित रख सकते हुए ग्रीन ग्रोथ के लिए काम किया जा सकता है..।
उन्होने कहा कि दोनों देशों ने स्वास्थ्य क्षेत्र में नई भागीदारी शुरू की है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने कृषि तकनीक के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का भी फैसला किया है।एग्रीकल्चर प्रोडक्टिविटी और किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि संबंधित टेक्नोलॉजी में भी हमने सहयोग करने का निर्णय लिया है। इसके अंतर्गत फूड सेफ्टी, कोल्ड चेन, फूड प्रोसेसिंग, फर्टीलाइजर्स, फिशरीज, एक्वा कल्चर आदि अनेक क्षेत्रों की टेक्नोलॉजी पर काम किया जाएगा।
डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेत्त फ्रेदरिक्सन ने कहा कि भारत और डेनमार्क दोनों ही लोकतांत्रिक देश हैं और दोनों ही नियम आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था में विश्वास रखते हैं।
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