ढ़ाका 28 नवम्बर।बंगलादेश उच्च न्यायालय ने पूर्ववर्ती बंगलादेश राइफल्स के 139 कर्मियों की मौत की सजा बरकरार रखी है।
अब बॉर्डर गार्ड्स के नाम से जाने जाने वाले बंगलादेश राइफल्स के इन सैनिकों ने 2009 में बगावत के दौरान सेना के 57 अधिकारियों सहित 74 लोगों की हत्या कर दी थी।
उच्च न्यायालय ने हत्याकांड में शामिल 146 अपराधियों का अजीवन कारावास और चार अपराधियों की सात साल कैद की सजा भी बरकरार रखी है। निचली अदालत ने जिन 31लोगों को बरी कर दिया था, उच्च न्यायालय ने उन्हें भी आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। बंगलादेश के इतिहास के इस सबसे जघन्य हत्याकांड में 850 लोग आरोपी थे।
2009 में बेगम शेख हसीना की सरकार के गठन के करीब एक महीने बाद ही 25 और 26 फरवरी को यह बगावत हुई थी।