बिहार: जहां एक तरफ बिहार में जन प्रतिनिधि सरकार गिराने-बचाने की जद्दोजहद में जुटे हैं, वहीं राज्य में मेडिकल आपदा जैसी स्थिति सामने आ गई है। 9 जिलों में 497 बच्चों के बीमार होने की जानकारी सामने आई है। हालांकि कैमूर के CS ने आंकड़ा नहीं बताया।
सरकारी विद्यालयों में अल्बेंडाजोल खाने के बाद 9 जिलों में कुल 497 स्कूली बच्चे बीमार हो गये, जिनका शहर के अस्पतालों में इलाज चल रहा है। अल्बेंडाजोल दवा खाने के बाद जिन शहरों के बच्चे बीमार हुए उन शहरों में गोपालगंज, मुंगेर, सीवान, बेगूसराय, भागलपुर, मोतिहारी, सीतामढ़ी, वैशाली और जहानाबाद शामिल हैं, जबकि कैमूर के सिविल सर्जन ने स्पष्ट रूप से आंकड़ा देने से इंकार कर दिया।
भागलपुर से मिली पहली सूचना
इस मामले की शुरुआत भागलपुर जिले के उर्दू बाजार स्थित मध्य विद्यालय से हुई, जिसमें कुल 19 बच्चों की अल्बेंडाजोल दवा खाने से तबीयत बिगड़ गई। तबीयत बिगड़ते ही आननफानन में कुछ बच्चों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया और कुछ बच्चों को जेएलएनएमसीएच मायागंज अस्पताल भेजा गया। सभी बच्चों का इलाज कराया गया और फिलहाल सभी बच्चे ठीक हैं।
सीतामढ़ी में 22 बच्चों की हुई तबीयत ख़राब
भागलपुर के बाद सीतामढ़ी जिला के डुमरा प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय जवाबीपुर गांव में अल्बेंडाजोल खाने से 50 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। आननफानन सभी बच्चों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। वैशाली के पातेपुर प्रखंड क्षेत्र के बहादुरपुर चिकनोता गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में अल्बेंडाजोल दवा खाने से 22 बच्चों की तबीयत खराब हो गई। फिलहाल सभी बच्चों का इलाज किया जा रहा है।
कैमूर के सीएस ने नहीं बताये आंकड़े
कैमूर जिला के दुर्गावती रामगढ़ एवं नुआंव सहित चैनपुर के सिरबिट गांव के विभिन्न विद्यालयों में दवा खाने से कई बच्चे बेहोश हो गये। कई बच्चों को उल्टियां भी हुई। आननफानन में कई बच्चों को निजी अस्पताल और सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद रामगढ़ रेफरल अस्पताल, चैनपुर पीएचसी और नुआंव अस्पताल मरीजों से खचाखच भर गया। इस संबंध में पूछे जाने पर कैमूर सिविल सर्जन मीना कुमारी ने कहा कि आप बीपीएम से जानकारी ले सकते हैं। कई बार पूछने पर भी उन्होंने आंकड़ा नहीं बताया।
जानिए किस जिला में कितने बच्चे हुए बीमार
1.गोपालगंज -264
2.मुंगेर – 60
3.बेगूसराय – 40
4.सीतामढ़ी -40
5.मोतिहारी -30
6.वैशाली -22
7.भागलपुर -19
8.सीवान -02
9.जहानाबाद -20
10.कैमूर – सिविल सर्जन ने नहीं नहीं बताये आंकड़े।