पनकी हाईवे के पास कपली रोड पर सड़क किनारे झाड़ियों में युवक का खून से सना शव पड़ा मिला था। मामले का पुलिस ने खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में किशोर ने लूट व हत्या की पूरी कहानी बयां की।
कानपुर में 13 जून को पनकी थानाक्षेत्र में स्थित कपली अंडरपास के पास मिला अज्ञात शव अर्रा नई बस्ती निवासी टैक्सी चालक पुष्पेंद्र सिंह (35) का निकला। किशोर समेत तीन आरोपी एक एप के जरिये सेंट्रल स्टेशन से कैब बुक कर उसे मकसूदाबाद ले गए और वहां गला रेतकर हत्या कर शव को कपली अंडरपास के पास फेंक दिया।
17 जून को शव की शिनाख्त के बाद पुलिस ने किशोर समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया। उनकी निशानदेही पर लूटी गई कार भी बरामद हुई है। एडीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि मूल रूप से बांदा जिले के बैंदा गांव निवासी पुष्पेंद्र अपनी कार टैक्सी में चलाता था।
वह पत्नी श्रद्धा व चार साल के बेटे अंश के साथ अर्रा में अपने बहनोई नारायण सिंह के पास रहता था। 12 जून को पुष्पेंद्र रोजाना की तरह घर से निकला लेकिन देर रात वापस नहीं लौटा। उसका फोन स्विच ऑफ होने पर 13 जून को बहनोई ने हनुमंत विहार थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई।
17 जून को परिजनों ने शव की शिनाख्त की
इस बीच 13 को ही पनकी पुलिस को कपली अंडरपास के पास शव मिला, लेकिन शिनाख्त न होने की वजह से लावारिस में दाखिल कर दिया। इधर, फोटो व कपड़े के आधार पर 17 जून को परिजनों ने शव की शिनाख्त की, तो हनुमंत विहार पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी।
कॉल डिटेल के जरिये विशाल पाल का पता चला
चौबीस घंटे के भीतर ही मृतक के कॉल डिटेल के जरिये कल्याणपुर निवासी विशाल पाल का पता चला। हालांकि वह फरार हो गया, लेकिन शिवली रोड लवकुशपुरम निवासी हत्यारोपी साथी निखिल भदौरिया व 16 वर्षीय किशोर पुलिस की गिरफ्त में आ गए।
पनकी से लूटी गई कार बरामद कर ली
पूछताछ में किशोर ने लूट व हत्या की पूरी कहानी बयां कर दी। पुलिस ने पुलिस ने किशोर के घर से गाड़ी की नंबर प्लेट व कागजात और निखिल की निशानदेही पर जवाहरपुरम पनकी से लूटी गई कार बरामद कर ली। विशाल की तलाश में टीमें लगी हुई हैं।
जल्द अमीर बनने के लिए बनाया लूट का प्लान
पूछताछ में पता चला कि तीनों ने जल्द अमीर बनने के लिए कार लूटने की योजना बनाई थी। पुलिस के मुताबिक तीनों आरोपी करीब छह माह पहले सूरत में फैक्टरी में एक साथ काम करते थे। पैसों की तंगी और महंगे शौक पूरे करने के लिए तीनों ने लूट का प्लान बनाया और घटना को अंजाम दिया। हत्या के बाद आरोपियों ने कार में लगे खून को खेरेश्वर मंदिर के पास ले जाकर धोया था।
तीन बार बनाई लूट की योजना, दो बार कैब भी बुक की
थाना प्रभारी उदय प्रताप सिंह ने बताया कि विशाल व निखिल ने पहले भी तीन बार कार लूटने की योजना बनाई थी। आरोपियों ने दो बार कैब भी बुक कराई लेकिन वह लूट और हत्या की हिम्मत नहीं जुटा सके। इस बार प्लान में शामिल किशोर ने थर्माकोल कटर से पुष्पेंद्र का गला रेत दिया।
राइड कैंसिल कर दिया था ज्यादा पैसे का लालच
फरार आरोपी विशाल ने 12 जून की रात रेलबाजार थानाक्षेत्र से किशोर के गांव मकसूदाबाद जाने के लिए कैब बुक की। कैब चालक पुष्पेंद्र ने फोन कर संपर्क किया तो विशाल ने ज्यादा पैसे देने की बात कहकर राइड कैंसिल करा दी। चूंकि एप के जरिये राइड पर दस प्रतिशत रुपये जमा कराने होते थे, इसलिए वह मान गया। इसके बाद तीनों मकसूदाबाद गए और वहां किशोर ने पुष्पेंद्र का गला रेत दिया।
ये था पूरा मामला
पनकी हाईवे के पास कपली रोड पर सड़क किनारे झाड़ियों में युवक का खून से सना शव पड़ा मिला था। फोरेंसिक टीम संग मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पुलिस के अनुसार शव से बदबू न आने व घटनास्थल के आसपास खून के धब्बे न मिलने से की वजह से संभव लग रहा था कि युवक की दूसरे स्थान पर हत्या कर शव को यहां लाकर फेंका गया।