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भारत का 2022 तक 50 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य- मोदी

नई दिल्ली 20 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा है कि भारत 2022 तक 50 खरब डॉलर की अर्थव्‍यवस्‍था बनने के लक्ष्‍य की ओर बढ़ रहा है।

श्री मोदी ने आज यहां इंडिया इंटरनेशनल कन्‍वेंशन एण्‍ड एक्‍सपो सेंटर के शिलान्‍यास समारोह में कहा कि देश की अर्थव्‍यवस्‍था के मूल आधार मजबूत हैं और विनिर्माण तथा कृषि क्षेत्र अर्थव्‍यवस्‍था में दस-दस खरब डॉलर का योगदान करेंगे।उन्होने कहा कि..वो अर्थव्यवस्था जो आठ प्रतिशत से अधिक की गति से विकास कर रही है। जो आने वाले पांच-सात वर्षों में फाइव ट्रिलियन तो अगले एक-डेढ़ दशक में टेन ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य को लेकर के तेज़गति से आगे बढ़ रही है..।

उन्होने कहा कि अंतर्राष्‍ट्रीय मुद्राकोष के अप्रैल 2018 के विश्‍व आर्थिक परिदृश्‍य के अनुसार 26 खरब डॉलर के साथ भारत, दुनिया की छठीं सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था है।उन्होने कहा कि देश की अर्थव्‍यवस्‍था आठ प्रतिशत की आर्थिक वृद्धिदर से विकसित होगी और सूचना प्रौद्योगिकी तथा खुदरा कारोबार क्षेत्र में व्‍यापक स्‍तर पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

श्री मोदी ने कहा कि देश पिछले चार साल के दौरान समग्र विकास का प्रत्‍यक्षदर्शी बना है। यह इसलिए संभव हुआ है कि सरकार ने देशहित को सर्वोपरि रखा है। उन्‍होंने कहा कि पुराने संसाधनों का देशहित में  इस्‍तेमाल किया गया है और उन्‍हें सही दिशा दी गई है। उन्‍होंने कहा कि केन्‍द्र में राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक  गठबंधन सरकार ने ईमानदार और पारदर्शी शासन व्‍यवस्‍था स्‍थापित की है।

देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बनाने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के तीन बैंकों का विलय करने के सरकार के फैसले का उल्‍लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि सरकार राष्‍ट्रहित में कड़े फैसले लेने में नहीं हिचकेगी।श्री मोदी ने कहा कि..लेकिन बीते 50 महीने इसके गवाह हैं कि एनडीए की यह राष्ट्र सरकार राष्ट्र हित में लिए जाने वाले कठिन फैसले लेने में कभी पीछे नहीं रहती। जो वर्षों से लटके फैसले थे उनको पूरी शक्ति के साथ ज़मीन पर उतारा गया है..।