राजस्थान में तेंदुए के हमलों से दहशत मची हुई है। उदयपुर में गुरुवार को शाम तक बीते 24 घंटों के भीतर तेंदुए ने दो लोगों को अपना निवाला बना लिया। दो सप्ताह पहले भी तेंदुए ने एक महिला को मार डाला था। बीते 5 महीनों यहां तेंदुएओं के हमलों में 8 लोगों की जान जा चुकी है। प्रदेश में तेंदुओं के बढ़ते हमलों की बड़ी वजह इनकी आबादी का बढ़ना भी है। वन विभाग की ओर किए गए वॉटर होल सेंस्स के अनुसार इस साल तेंदुओं की आबादी 925 हो चुकी है जो 20222 में 818 थी।
8 सितंबर को ही 40 वर्षीय मीराबाई की तेंदुए ने हमले में जान चली गई। इंसानी मौतों के बढ़ते मामलों को देखते हुए वन विभाग ने NWB(नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड) को पत्र भी लिखा है। इसके अलावा वन विभाग ने राजस्थान में तेंदुए का संरक्षण करने वाली NTCA (नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी) से भी संपर्क किया है और इस मामले में सहायता की मांग की है।
इधर, वन विभाग की टीमें आदमखोर हुए पैंथर को पकड़ने में जुटी है। लेकिन, अभी तक उन्हें कोई सफलता नहीं मिल पाई है। पैंथर्स की ओर से किए जा रहे अटैक से इलाके में खौफ का माहौल बना हुआ है।
जानकारी के अनुसार पैंथर ने पहला शिकार बुधवार शाम को गोगुंदा इलाके में नाबालिग लड़की को बनाया। इस घटना के 24 घंटे के भीतर फिर से गोगुंदा इलाके में पैंथर ने शाम को एक युवक पर हमला कर उसे मार डाला। यह युवक गोगुंदा के भेवड़िया गांव का रहने वाला था। पैंथर ने उस पर जंगल से घर आते समय हमला किया। पैंथर के हमले में मारे गए युवक की पहचान खुमाराम के रूप में हुई है।