नई दिल्ली 28 अक्टूबर।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि सरदार बल्लभभाई पटेल की दूरदर्शिता, संवेदनशीलता और राजनीतिक कौशल के कारण ही देश एक सूत्र में बंधा है।
श्री मोदी ने आज आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम में कहा कि राष्ट्र इस महीने की 31 तारीख को सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेगा, और उसी दिन स्टेच्यू ऑफ यूनिटी भी राष्ट्र को समर्पित की जाएगी।
उन्होने कहा कि..गुजरात में नर्मदा नदी के तट पर स्थापित इस प्रतिमा की ऊँचाई अमेरिका के स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी से दो गुनी है। ये विश्व की सबसे ऊंची गगनचुम्बी प्रतिमा है। हर भारतीय इस बात पर अब गर्व कर पायेगा कि दुनिया की सबसे ऊँची प्रतिमा भारत की धरती पर है। वो सरदार पटेल जो जमीन से जुड़े थे, अब आसमान की भी शोभा बढ़ाएँगे..।
श्री मोदी ने हाल ही में सम्पन्न हुए पैरा एशियाई खेलों और ग्रीष्मकालीन युवा ओलम्पिक खेलों में भारत के अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का भी जिक्र किया। श्री मोदी ने कहा कि पैरा टीम की दृढ इच्छा शक्ति और विपरीत परिस्थितियों में भी आगे बढ़ने का उनका जज्बा सभी देशवासियों के लिए प्रेरणादायी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि युवा खिलाडि़यों की लगन और समर्पण न्यू इंडिया की पहचान है।
उन्होने कहा कि भारत ने पिछले साल 17 वर्ष से कम आयु के युवाओं की फीफा विश्व कप प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया था, और इस वर्ष हॉकी विश्व कप का आयोजन ओडिशा के भुबनेश्वर में किया जा रहा है। श्री मोदी ने लोगों से भुवनेश्वर में जाकर प्रतियोगिता देखने और खिलाडि़यों का उत्साहवर्द्धन करने को कहा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। उन्होंने कहा कि नए युग में नई पीढ़ी एक नए तरीके से नई ऊर्जा और उमंग से अपने सपनों को पूरा करने के लिए आगे आ रही है। प्रधानमंत्री ने सामाजिक गतिविधियों के लिए आईटी कंपनियों के कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने और इस क्षेत्र में नये अवसर देने के लिए हाल ही में शुरू की गयी सेल्फ 4 सोसायटी का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि उनका उत्साह और लगन देख कर प्रत्येक भारतीय को गर्व महसूस होगा। उन्होंने कहा कि मैं नहीं हमकी यह भावना लोगों को निश्चित रूप से प्रेरित करती रहेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज समूचा विश्व और विशेष रूप से पश्चिमी देश पर्यावरण संरक्षण की चर्चा कर रहे हैं और संतुलित जीवनशैली अपनाने के लिए नए-नए रास्ते तलाशने की कोशिश में लगे हैं।