नई दिल्ली 20 दिसंबर।संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है।
सदन की कार्यवाही आज सुबह जब शुरू हुई तो विपक्षी सदस्यों ने डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर नारेबाजी शुरू कर दी। अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों से नियमों का सख्ती से पालन करने और संसद के किसी भी द्वार पर विरोध प्रदर्शन से दूर रहने का आग्रह किया।
श्री बिरला ने कहा कि संसद की गरिमा, मर्यादा सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। संसद भवन परिसर में किसी भी द्वार पर किसी भी तरह का धरना प्रदर्शन करना उचित नहीं है। आप सभी को इस विषय पर नियमों के अनुपालना करना सुनिश्चित करना पड़ेगा। नहीं तो संसद को उचित कार्रवाई करनी पड़ेगी।
उधर, राज्यसभा में हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित की गई। सभापति जगदीप धनखड़ ने सांसदों से जनता के विश्वास तथा अपेक्षाओं का सम्मान करने का आग्रह किया।
दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर एक राष्ट्र एक चुनाव विधेयक के लिए संसद की संयुक्त समिति के 12 सदस्यों को नामित करने का प्रस्ताव रखा गया। अपनी समापन टिप्पणी में, श्री धनखड़ ने खेद व्यक्त किया कि इस सत्र के दौरान लगातार व्यवधानों के कारण कामकाज की अवधि लगभग 40 प्रतिशत थी। उन्होंने सदस्यों से लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति अपने विश्वास की पुष्टि करने का आह्वान किया। सभापति ने सार्थक बहस और विमर्श का आह्वान किया।
श्री धनखड़ ने कहा कि नियम-267 के तहत प्रस्ताव को अनुचित रूप से आगे बढ़ाना खेदजनक है और सदन को गरिमा के साथ कार्य करना चाहिए। बाद में उन्होंने राज्य सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।
संसद का शीतकालीन सत्र पिछले महीने 25 नवम्बर को शुरू हुआ था।