गांधीनगर 18 जनवरी।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि विकास का लाभ उन क्षेत्रों और समुदायों तक पहुंचाना एक चुनौती है जो पीछे रह गए हैं। साथ ही जीवन की गुणवत्ता और बुनियादी सुविधाओं की गुणवत्ता की बढ़ती आकांक्षाओं को पूरा करने की चुनौती भी सामने है।
श्री मोदी ने आज यहां नौवें वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद आयोजत समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह आयोजन सच्चे अर्थों में एक अंतर्राष्ट्रीय आयोजन है। उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन का सबसे बड़ा योगदान वैश्विक व्यापार और उद्योग जगत के बीच विश्वास कायम करना है। उन्होंने कहा भारत कारोबार के लिए पहले की अपेक्षा अधिक अनुकूल है।
उन्होने कहा कि विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों तथा अन्य विशिष्ट प्रतिनिधियों की उपस्थिति देश के लिए गौरव और सम्मान का विषय है। यह इस बात का प्रमाण है कि अंतर्राष्ट्रीय द्विपक्षीय सहयोग अब केवल देश की राजधानी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह राज्य की राजधानी तक भी विस्तारित हुआ है।उन्होंने कहा कि पिछले साढे चार वर्ष के दौरान भारत व्यापार सुगमता की वैश्विक रैंकिंग में आगे बढ़कर 65वें स्थान पर आ गया है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य अगले वर्ष भारत को इस रैंकिंग में शीर्ष 50 देशों में लाना है।
इससे पहले, सम्मेलन में देश विदेश के प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि वैश्विक व्यापार प्रमुखों की उपस्थिति गुजरात के निवेश अनुकूल माहौल में उनके भरोसे और विश्वास का प्रतीक है।
सम्मेलन में भाग लेते हुए विभिन्न देशों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और व्यापार जगत के प्रमुखों ने तेज वृद्धि और विकास के लिए भारत के महत्वाकांक्षी नेतृत्व की सराहना की।