
रायपुर 15 जुलाई।छत्तीसगढ़ के वन मंत्री केदार कश्यप के हालिया बयानों पर सख्त प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भाजपा पर आदिवासी विरोधी मानसिकता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जैसे ही कोई आदिवासियों के सम्मान और विकास की बात करता है, भाजपा और उसके नेता असहज हो जाते हैं।
श्री बैज ने आज यहां कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी जब भी आदिवासी नेताओं से मुलाकात कर उन्हें नेतृत्व में आगे लाने की बात करते हैं, तब भाजपा नेताओं को तकलीफ होती है। उन्होंने केदार कश्यप पर निशाना साधते हुए कहा कि वे “आदिवासी” शब्द से परहेज़ कर उन्हें “वनवासी” कहकर आदिवासी संस्कृति को मिटाने की कोशिश करते हैं।
दीपक बैज के सवाल – वन मंत्री से हिसाब दो, जवाब नहीं!
- 16 साल 8 महीने मंत्री रहे, आदिवासियों के लिए क्या किया?
- 3500 स्कूल भाजपा सरकार ने बंद किए थे, जिनमें से अधिकतर आदिवासी क्षेत्रों में थे – तब आप स्कूल शिक्षा मंत्री थे।
- आपके कार्यकाल में हजारों आदिवासियों को फर्जी नक्सली मामलों में जेल भेजा गया – आप तब कहां थे?
- बस्तर में कई फर्जी एनकाउंटर हुए, जिसमें निर्दोष आदिवासियों की जान गई – आपकी चुप्पी क्यों?
- बैलाडीला, कांकेर और बीजापुर की खदानें निजी उद्योगपतियों को बेच दी गईं – आपने विरोध क्यों नहीं किया?
- हसदेव और तमनार में जंगल काटे जा रहे हैं – आप वन मंत्री होकर भी खामोश क्यों हैं?
- बोधघाट परियोजना से 42 गांव उजड़ेंगे – सरकार की योजना पर आपकी क्या राय है?
- बीजापुर में स्कूल के आदिवासी रसोइये महेश कुडियाम की हत्या हुई – सरकार से जुड़े होने के बावजूद कोई प्रतिक्रिया नहीं?
- सुकमा में तेंदूपत्ता संग्राहकों का भुगतान रोक दिया गया, और बीमा योजना बंद कर दी – आपने कुछ कहा क्यों नहीं?
- जूता-चप्पल देने का वादा किया, लेकिन सीधा पैसे खातों में क्यों नहीं पहुंचाया गया?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा को आदिवासियों की चिंता नहीं, सिर्फ शोषण की आदत है। अब जनता सिर्फ जवाब नहीं, पूरा हिसाब मांगेगी।