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दलितों-पिछड़ों का हक सवर्णों को दे रही है योगी सरकार: संजय सिंह

लखनऊ, 21 सितम्बर। आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरियों की भर्ती को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में जातिवाद के आधार पर भर्तियां हो रही हैं और दलितों, पिछड़ों तथा आदिवासियों के हक की नौकरियां सवर्ण जातियों को दी जा रही हैं।

   श्री सिंह ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में उदाहरण देते हुए कहा कि बांदा कृषि विश्वविद्यालय में हुई 15 नियुक्तियों में से 11 पद ठाकुरों को मिले, जबकि दलित-पिछड़ों को सिर्फ 2 पद दिए गए। इसी तरह लखीमपुर सहकारी बैंक की भर्ती में 27 पदों पर चयन हुआ, जिसमें 15 ठाकुर, 4 सामान्य और 8 दलित-पिछड़े-आदिवासी चुने गए।उन्होंने इसे प्रदेश में जारी भर्ती घोटाले का स्पष्ट सबूत बताया।

  आप सांसद ने कहा कि खुद को पिछड़ों का नेता बताने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस अन्याय पर चुप हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि “क्या दलित, पिछड़े और आदिवासी हिंदू नहीं हैं? क्या उन्हें संविधान में दिए गए हक और आरक्षण का अधिकार नहीं मिलना चाहिए? भाजपा सिर्फ हिंदुओं को बांटकर राजनीति करती है और उनके हक पर डाका डाल रही है।”

   श्री सिंह ने कहा कि देश में 50 प्रतिशत आरक्षण दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के लिए है, जबकि 10 प्रतिशत आरक्षण सामान्य वर्ग के गरीबों को दिया गया है। इसके बाद बची नौकरियां सामान्य वर्ग को दी जानी चाहिए।लेकिन उत्तर प्रदेश में इस व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस संविधान व आरक्षण को खत्म करने की साजिश कर रहे हैं।

  आप सांसद ने कहा कि यूपी में कई भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक हो जाते हैं, लेकिन सरकार इसकी जिम्मेदारी नहीं लेती। लाखों युवा फॉर्म भरते हैं, परीक्षा की तैयारी करते हैं, लेकिन अंत में उन्हें नौकरी के बजाय लाठियां मिलती हैं। प्रयागराज, लखनऊ, गोरखपुर और बनारस में युवाओं के साथ पुलिसिया बर्बरता के उदाहरण सामने आए हैं।

   श्री सिंह ने चेतावनी दी कि मुख्यमंत्री और उनके करीबी लोग अपनी जाति के युवाओं को नौकरी देकर ताकतवर बनने का सपना देख रहे हैं। लेकिन वे भूल रहे हैं कि इससे प्रदेश की 80–85 फीसदी आबादी में असंतोष और आक्रोश पैदा हो रहा है। उन्होंने कहा कि “आज भले ही सवर्ण जाति के कुछ लोग खुश हों कि उन्हें ज्यादा नौकरियां मिल रही हैं, लेकिन आने वाले समय में यह खुशी उनके लिए खतरे में बदल सकती है।”

   आप नेता ने जोर देकर कहा कि भर्ती घोटाले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। दोषियों को जेल भेजा जाए और आरक्षण व्यवस्था को पूरी तरह लागू किया जाए।उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी युवाओं और वंचित वर्गों के हक की लड़ाई संसद से लेकर सड़क तक लड़ेगी।