छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर इन दिनों राष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्था के सबसे बड़े आयोजन की मेजबानी कर रही है। नवा रायपुर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM Raipur) में 28 से 30 नवंबर तक 60वां अखिल भारतीय DGP–IG सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इस बीच गुरुवार देर रात केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रायपुर पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, मंत्रियों और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। इस तीन दिवसीय सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे और सुरक्षा-संबंधी महत्वपूर्ण विषयों पर अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श करेंगे।
देशभर से पुलिस और सुरक्षा से जुड़े शीर्ष अधिकारी रायपुर पहुंच चुके हैं। राज्यों के पुलिस महानिदेशक, इंटेलिजेंस ब्यूरो, सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेज और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख इस आयोजन में अपने-अपने प्रदेश की अपराध नियंत्रण रणनीतियों पर प्रस्तुति देंगे। इस सम्मेलन में पूरे देश के लिए एक मॉडल स्टेट की पहचान करने और उसके आधार पर साझा सुरक्षा दिशानिर्देश तैयार करने की योजना है। वर्ष 2024 में यह सम्मेलन ओडिशा के भुवनेश्वर में हुआ था, और इस बार पहली बार छत्तीसगढ़ को इसकी मेजबानी मिली है, जो राज्य के लिए प्रतिष्ठा का विषय माना जा रहा है।
सम्मेलन में आने वाले वीवीआईपी और शीर्ष अधिकारियों के लिए नवा रायपुर में व्यापक व्यवस्थाएँ की गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए एम-1 भवन और गृहमंत्री अमित शाह के लिए एम-11 परिसर को आरक्षित किया गया है। नए सर्किट हाउस में NSA अजीत डोभाल, उप NSA अनीश दयाल सिंह, आईबी प्रमुख तपन डेका, केंद्रीय गृह सचिव और गृह राज्य मंत्रियों की आवास व्यवस्था की गई है। इसके अलावा ठाकुर प्यारेलाल संस्थान और निमोरा पुलिस अकादमी में देशभर से आने वाले दर्जनों वरिष्ठ अधिकारियों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। कुल मिलाकर 75 से अधिक उच्च स्तरीय पुलिस अधिकारी तीन दिनों तक रायपुर में रहकर विभिन्न सत्रों में भाग लेंगे।
सम्मेलन के दौरान सुरक्षा की जिम्मेदारी एडीजी दीपांशु काबरा और आईजी अमरेश मिश्रा को सौंपी गई है। नवा रायपुर में मल्टी-लेयर सुरक्षा, ड्रोन निगरानी, विशेष जांच दल और केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है। शहर में सुरक्षा एजेंसियों का संयुक्त कमांड सेंटर भी बनाया गया है, जहां से पूरे आयोजन पर रियल-टाइम निगरानी की जा रही है।
इस वर्ष सम्मेलन का मुख्य विषय “विकसित भारत: सुरक्षा आयाम” रखा गया है। तीन दिनों तक चलने वाले सत्रों में देश के सामने मौजूद प्रमुख सुरक्षा चुनौतियों जैसे वामपंथी उग्रवाद, आतंकवाद निरोध, महिला सुरक्षा, साइबर अपराध, आपदा प्रबंधन और पुलिसिंग में आधुनिक तकनीक पर विस्तार से चर्चा होगी। विशेष रूप से फोरेंसिक विज्ञान, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल मॉनिटरिंग, ड्रोन टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया विश्लेषण जैसे विषयों पर अधिकारियों को नई रणनीतियों से अवगत कराया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस अवसर पर विशिष्ट सेवा के लिए चुने गए अधिकारियों को राष्ट्रपति पुलिस पदक भी प्रदान करेंगे।
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