श्रीहरिकोटा 22 जुलाई।भारत के दूसरे चंद्र अभियान चंद्रयान -2 को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित कर पृथ्वी के चारों ओर प्रारंभिक कक्षा में भेज दिया गया है।
सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र से चन्द्रयान -2 को ले जाने वाले शक्तिशाली बूस्टर जी एस एल वी-मार्क-थ्री से दिन में दो बजकर 43 मिनट पर इसे छोड़ा गया। आकाश में जाने के मात्र सोलह मिनटके भीतर ही चंद्रयान ने निर्दिष्ट चंद्र कक्षा में प्रवेश किया।पृथ्वी की कक्षा से,चंद्रयान -2 को इसरो के वैज्ञानिकों द्वारा चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के समीप ले जाया जाएगा। चंद्रयान -2 के चन्द्रमा पर पहुंचने के बाद भारत चांद पर सॉफ्ट-लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन जाएगा।
इसरो के अध्यक्ष डॉ0 के सिवन ने कहा कि वैज्ञानिक यह उपलब्धि हासिल करने के लिए 15 महत्वपूर्ण परीक्षणों के दौर से गुजरेंगे। चंद्रयान -2 से चंद्रमा पर भारत के दूसरे अभियान के उद्देश्योंमें चंद्रमा की मिट्टी में उपस्थित खनिज और उसकी रासायनिक संरचना का अध्ययन करना शामिलहै।
इसके अलावा चंद्रमा के निकट-दक्षिणी ध्रुव में पानी या बर्फ की खोज करना, इसकेवातावरण की जांच करना, साथ ही चंद्रमा के भीतर की भूकंपीय गतिविधियों का अध्ययन करनाऔर उच्च तकनीक और क्षमतावाले कैमरों का उपयोग कर चंद्रमा की सभी प्रकार से जांच करना शामिल है।