केवडिया(गुजरात) 17 सितम्बर।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि पर्यावरण संरक्षण के साथ विकास संभव है और नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध इस बात का सबसे बड़ा उदाहरण है।
श्री मोदी ने आज यहां सरदार सरोवर बांध पर नमामि देवी नर्मदे महोत्सव में कहा..हमारी संस्कृति में हमेशा माना गया है कि पर्यावरण की रक्षा करते हुए भी विकास हो सकता है इसका जीवंत उदाहरण अब केवडि़या में देखने को मिल रहा है। एक तरफ सरदार सरोवर बांध है, बिजली उत्पादन के यंत्र है, तो एकता नर्सरी, बटरफलाई गार्डन, ईको टूरिज्म इससे जुड़ी बहुत ही सुदंर व्यवस्थाएं हैं..।
उन्होने सरदार सरोवर बांध की ऊंचाई पिछले पांच वर्षों में 138 दशमलव छह आठ मीटर तक बढ़ाये जाने और इसमें पूरी क्षमता तक पानी भरने की चर्चा करते हुए कहा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना से गुजरात के अलावा मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान को भी लाभ मिलेगा।श्री मोदी ने कहा कि..सरदार पटेल ने जो सपना देखा था, वो दशकों बाद पूरा हो रहा है और वो भी सरदार साहब की भव्य प्रतिमा के, उन आंखों के सामने हो रहा है। हमने पहली बार सरदार सरोवर बांध को पूरा भरा हुआ देखा है। 138 मीटर तक सरदार सरोवर का भर जाना अद्भुत है..।
श्री मोदी ने कहा कि सरदार सरोवर बांध को पूरा करने की सफलता का श्रेय लाखों लोगों को जाता है और अब यह लोगों की जिम्मेदारी है कि बांध के पानी का किफायती इस्तेमाल करें। उन्होंने गुजरात में सरदार सरोवर बांध की नहरों के जाल का काम पूरा होने पर संतोष व्यक्त किया।प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने पिछल सौ दिनों में कई महत्वपूर्ण फैसले लिये हैं और आगे भी लोगों की भलाई के लिए इसी गति से काम किया जाएगा। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किये।
इससे पहले श्री मोदी ने केवडि़या में सरदार सरोवर बांध में पानी का उच्चतम स्तर होने के उपलक्ष्य में पूजा अर्चना की। प्रधानमंत्री नर्मदा जिले में केवडि़या स्थित बांध स्थल पर पहुंचे और सरदार सरोवर बांध परियोजना के विभिन्न स्थानों और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी भी गए। श्री मोदी ने जंगल सफारी, इको टूरिज्म, कैक्टस गार्डन, एकता नर्सरी, पश्चिम भारत के पहले नदी राफ्टिंग प्वाइंट, न्यूट्रिशन पार्क, मिरर मेज़ और बटर फलाई पार्क का भी दौरा किया।