भिलाई 28 मार्च।भिलाई इस्पात संयंत्र मुख्य कार्यपालन अधिकारी(सीईओ) अनिर्बान दास गुप्ता ने कहा कि प्रबंधन कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रबंधन की ओर से हर जरूरी संसाधन उपलब्ध कराया जा रहा है।
संयंत्र के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अनिर्बान दास गुप्ता ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि संयंत्र को बचाये रखने की चुनौती का सामना भी बेहतर ढंग से करने का उपाय निकाला गया है। वायरस के संक्रमण व नियंत्रण कि रोकथाम हेतु संयंत्र प्रबंधन ने कार्मिकों को लगभग 6000 मास्क व 1200 लीटर सैनिटाइजर का एवं ठेका श्रमिकों को 2000 गमछे व 2000 डेटोल साबुन का वितरण किया गया।
उऩ्होने बताया कि इसके अतिरिक्त समय -समय पर संयंत्र के मिलों मर्चंट मिल, वायर राड व रेल मिल के अलावा सिंटर प्लांट 3, बार एंड राड मिल, स्टील मेल्टिंग शॉप-2 के रेस्ट रूम, पुलपिट वक्र्स ऑफिस बिल्डिंग, शिफ्ट रूम, पुलपिटस, क्रेन, नियंत्रण कक्ष आदि विभिन्न स्थानों में स्प्रे मशीन के माध्यम से सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव किया गया। टीएसडी के पीएचडी विभाग ने टाउनशिप क्षेत्रों में भी परिचालन शुरू कर दिया है।
श्री गुप्ता ने बताया कि कर्मचारियों को प्रतिदिन संयंत्र में आकर काम करना नहीं पड़े, इसके लिए रोस्टर तैयार किया गया है। इसके साथ ही मेन पावर में कमी लाकर सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने महत्वपूर्ण इकाई में ही उत्पादन प्रक्रिया चालू रखी गई है। नियमित रूप से चालू रखने वाली इकाईयों में ब्लास्ट फर्नेस 1 व 8, यूनिवर्सल रेल मिल, एसएमएस 2 एवं 3 तथा कोकओवन की अधिकंाश इकाईयाँ शामिल हैं। जबकि कोक ओवन की दो इकाई, ब्लास्ट फर्नेस 6 एवं 7 को हॉट रिजर्व में रखा गया है। मर्चेंट मिल, वायर रॉड मिल, प्लेट मिल, एसएमएस 1 तथा बीबीएम को शट डाउन कर दिया गया है।
उऩ्होने बताया कि, कुछ इकाईयाँ हैं, जिसे बंद नही किया जा सकता। एक बार बंद हुई तो उस इकाई को पुन: चालू किया जाना तकनीकी दृष्टि से आसान नहीं होगा। ऐसी स्थिति में संयंत्र को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।कोरोना में सुरक्षा के साथ ही भिलाई इस्पात संयंत्र बना रहे यह प्रदेश और देश की प्रगति में आवश्यक है।उन्होंने बताया कि, प्लांट में महिलाओं व दिव्यांग कर्मचारियों को आने से रोक दिया गया है। इस अवसर पर अधिशासी निर्देशक कार्मिक एवं प्रशासन सुरेश कुमार दुबे, महाप्रबंधक जनसंपर्क जेकब कुरियन भी उपस्थित थे।