रायपुर 23 अप्रैल।छत्तीसगढ़ महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना(मनरेगा) कार्यों में गत वित्तीय वर्ष में देश के बड़े राज्यों में शीर्ष स्थान पर है।
प्रदेश के लिए स्वीकृत 13 करोड़ मानव दिवस रोजगार के विरूद्ध यहां 13 करोड़ 61 लाख 84 हजार 269 मानव दिवस रोजगार का सृजन किया गया है। यह लक्ष्य का 105 प्रतिशत है। मनरेगा में लक्ष्य के विरूद्ध प्रदर्शन के मामले में छत्तीसगढ़ देश में चौथे स्थान पर है। इस मामले में केरल, नागालैंड और मेघालय ही प्रदेश से आगे है।
हाल ही में समाप्त वित्तीय वर्ष 2019-20 में मनरेगा कार्यों में प्रदेश के 18 जिलों ने लक्ष्य से अधिक दिनों का रोजगार सृजन किया है। शेष नौ जिलों में भी रोजगार सृजन 91 से 99 प्रतिशत तक है। मनरेगा में नक्सल प्रभावित जिलों ने बहुत अच्छा काम किया है। बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर और दंतेवाड़ा प्रदेश में लक्ष्य के विरूद्ध सबसे ज्यादा रोजगार देने वाले जिले हैं। बीजापुर 219 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति के साथ प्रदेश में सबसे आगे है। सुकमा 149 प्रतिशत, नारायणपुर 128 प्रतिशत और दंतेवाड़ा 123 प्रतिशत के साथ क्रमशः दूसरे, तीसरे व चौथे स्थान पर है।