नई दिल्ली 14 अगस्त।राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कोविड-19 से कारगर ढंग से निपटने में केंद्र, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रयासों की सराहना की है।
श्री कोविंद ने आज 74वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि उच्च जनसंख्या घनत्व के साथ विस्तृत और विविध राष्ट्र के लिए कोरोना वायरस का कारगर प्रबंधन करने और उसका फैलाव रोकने के लिए व्यापक मानव प्रयास अपेक्षित थे। उन्होंने अपने संबोधन में उन स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों को याद किया जिन्होंने देश के लोगों को स्वतंत्र राष्ट्र में रहने का अवसर प्रदान किया।
उन्होने कहा कि स्वाधीनता संग्राम के आदर्शों की नींव पर ही आधुनिक भारत का निर्माण हो रहा है। हमारे दूरदर्शी राष्ट्र नायकों ने अपने विविध विचारों को राष्ट्रीयता के एक सूत्र में पिरोया था। उनकी साझा प्रतिबद्धता थी देश को दमनकारी विदेशी शासन से मुक्त कराना और भारत माता की संतानों के भरोसे को सुरक्षित करना। उन्होंने अपने कार्यकलापों से आधुनिक राष्ट्र के रूप में भारत की पहचान को मूर्त रूप प्रदान किया।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का स्मरण करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी शिक्षाएं हमेशा प्रासंगिक रहेंगी और आने वाले वर्षों में विश्व का मार्गदर्शन करेंगी।उन्होने कहा कि..हम सौभाग्यशाली हैं कि महात्मा गांधी हमारे स्वाधीनता आंदोलन के मार्गदर्शक रहे। एक संघ और राजनेता का जो समन्वय दिखाई देता है। वह भारत की मिट्टी में ही संभव था। सामाजिक संघर्ष, आर्थिक समस्याओं और जलवायु परिवर्तन से परेशान आज की दुनिया गांधी जी की शिक्षाओं में समाधान पाती है। समानता और न्याय के लिए उनकी प्रतिबद्धता हमारे गणतंत्र का मूल मंत्र है..।
श्री कोविंद ने कहा कि इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस समारोह वैश्विक महामारी के कारण सीमित रहेंगे। श्री कोविंद ने कोविड महामारी से निपटने के लिए कोरोना योद्धाओं की सराहना की।उन्होने कहा कि..राष्ट्र उन सभी डॉक्टरों, नर्सों तथा अन्य स्वास्थ्यकर्मियों का ऋणी है जो कोरोना वायरस के खिलाफ इस लड़ाई में अग्रिम पंक्ति के योद्धा रहे हैं। दुर्भाग्यवश उनमें से अनेक योद्धाओं ने इस महामारी का मुकाबला करते हुए अपने जीवन का बलिदान दिया है। ये हमारे राष्ट्र के आदर्श सेवा योद्धा हैं। इन कोरोना योद्धाओं की जितनी भी सराहना की जाए वह कम है। ऐसे डॉक्टर्स, स्वास्थ्यकर्मी, आपदा प्रबंधन दलों के सदस्य, पुलिसकर्मी, सफाईकर्मी, डिलीवरी स्टॉफ, परिवहन, रेल और विमाननकर्मी विभिन्न सेवा प्रदाता, सरकारी कर्मचारी, समाजसेवी संगठन और उदार नागरिक अपने साहस तथा निस्वार्थ सेवा के प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं..।