पटना 25 अक्टूबर।बिहार में राज्य विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 16 जिलों की 71 विधानसभा सीटों में प्रचार कार्य कल शाम समाप्त हो जाएगा। इस चरण में बहुत से क्षेत्र नक्सल प्रभावित और सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील हैं।
पहले चरण के प्रचार के लिए सभी दलों के वरिष्ठ नेता मतदाताओं को आकर्षित करने में जुटे हैं।जनता दल यूनाइटेड अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने कहा कि वे अभी थके नहीं हैं और हमेशा जनता की सेवा में लगे रहते हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता अश्विनी कुमार चौबे, राधामोहन सिंह, मनोज तिवारी और रघुबर दास ने चुनावी क्षेत्रों में रैलियों को संबोधित किया। श्री चौबे ने तैमूर जिले के रामगढ़ में एक सभा में दावा किया कि इस बार के चुनाव में जनता ने महागठबंधन को सिरे से खारिज कर दिया है।
राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने गया में एक जनसभा में दावा किया कि महागठबंधन ही बिहार को एनडीए के खराब शासन से मुक्ति दिला सकता है। वाम दलों के नेताओं ने भी कई सभाओं और चुनावी रैलियों को संबोधित किया।
इस चरण में प्रेम कुमार और रामनारायण मंडल सहित राज्य के आठ कैबिनेट मंत्रियों का राजनीतिक भविष्य तय होगा। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम माझी और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी इमामगंज सीट पर चुनाव मैदान में आमने-सामने हैं।
पहले चरण में भारतीय जनता पार्टी 29 सीटों पर, जनता दल यूनाइटेड 35, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा छह और विकासशील इंसान पार्टी एक सीट पर चुनाव लड रही है। दूसरी ओर, महागठबंधन के अंतर्गत राष्ट्रीय जनता दल ने 42 सीटों पर और कांग्रेस ने 41 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। कम्युनिस्ट पार्टी – माले की भी छह उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
लोक जनशक्ति पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, आर.एल.एस.पी. और जनाधिकार पार्टी ने भी अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं।