रायपुर 11 जून।भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने महासमुंद जिले के बेमचा में एक महिला द्वारा शऱाब के कारण गृहक्लेश से तंग आकर अपनी पाँचों बेटियों के साथ की गई आत्महत्या को हृदयविदारक घटना बताते हुए कांग्रेस के शऱाबबंदी को लेकर किए चुनावी वादे की याद दिलाते हुए तंज कसा हैं।
डॉ.सिंह ने आज यहां जारी बयान में कहा कि सामूहिक आत्महत्या की इस घटना पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अफ़सोस और अपराध-बोध होना चाहिए क्योंकि गंगाजल हाथ में लेकर शराबबंदी का जो वादा कांग्रेस ने किया था, अगर उसे वे निभा देते तो ये छह जानें बच जातीं। शराबबंदी पर विश्वासघात के लिए छत्तीसगढ़ की मातृ-शक्ति कांग्रेस सरकार को माफ़ नहीं करेगी।
उन्होने कहा कि लॉकडाउन के दौरान स्प्रिट पीने से हुई मौतों पर प्रदेश सरकार ने यह तर्क देकर कि, शराब नहीं मिलने के कारण लोग स्प्रिट आदि पीकर मर रहे हैं, शराब की ऑनलाइन बुकिंग और होम डिलीवरी शुरू की ताकि शराबप्रेमियों की जान बचाई जा सके। तो अब, जबकि शराब पीने के कारण पारिवारिक कलह बढ़ी है और उससे लोगों की जान जा रही है, क्या प्रदेश सरकार लोगों की जान बचाने के लिए शराबबंदी करेगी ?
डॉ. सिंह ने कहा कि कोरोना काल में आर्थिक तंगी से जूझते परिवारों में महिलाएँ रोज-रोज की कलह के चलते जीवन से हताश होकर आत्मघात का कठोर निर्णय लेने विवश हो रही हैं। प्रदेश सरकार पता लगाए कि ऐसे और कितने परिवार हैं, जहाँ शराबखोरी के कारण महिलाएँ जीवन से हार मानकर आत्मघात की मनोदशा में हैं ?उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार को अब पूर्ण शराबबंदी के अपने वादे पर पूरी संज़ीदगी व संवेदना के साथ अमल करना चाहिए।