चंडीगढ़ 18 सितम्बर।एक नाटकीय घटनाक्रम में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पद से त्यागपत्र दे दिया है।
कैप्टन सिंह ने दोपहर बाद राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा। राज्यपाल ने उनका त्यागपत्र स्वीकार कर लिया है।इसके बाद उन्होने संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने सुबह ही कांग्रेस आला कमान को इस फैसले की जानकारी दे दी थी।
उन्होने बताया कि.. मेरा फैसला आज सुबह हो गया था। मैंने कांग्रेस प्रेजीडेंट से बात की थी सुबह और मैंने उनको कह दिया था कि मैं इस्तीफा दे रहा हूं आज। बात ये है कि ये तीसरी बार ये हो रहा है इन महीनों में। पहले तो एमएलए बनाया दिल्ली में, दूसरी बार बनाया दिल्ली में और तीसरी बार मीटिंग कर रहे हैं वो। मैं समझता हूं कि मेरी ऊपर कोई एलिमेंट ऑफ डाउट है कि मैं चला नहीं सका या कोई बात हुई, पर आई फील ह्यूमिलीऐटिड कि जिस तरह से ये बात हुई है..।
कैप्टन सिंह पिछले 52 वर्षों से कांग्रेस में हैं और साढे नौ वर्ष तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे। भविष्य की योजना के बारे में उन्होंने कहा कि वे इस बारे में फैसला, अपने उन समर्थकों के साथ विचार-विमर्श के बाद करेंगे जो उनके अच्छे- बुरे दिनों में उनके साथ रहे हैं।
कैप्टन सिंह ने इसके साथ यह भी कहा कि अगर नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब का नया मुख्यमंत्री बनाया जाता है, तो वो उसका समर्थन नहीं करेंगे।उन्होंने सिद्धू के पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान से और पाकिस्तान के सेना प्रमुख श्री बाजवा के साथ रिश्तों को लेकर भी सवाल उठाए। गांधी परिवार के साथ अपने रिश्तों की बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे आहत है, क्योंकि उन्हें ऐसी उम्मीद नहीं थी।
इस बीच, कांग्रेस विधायक दल ने नये मुख्यमंत्री के बारे में फैसला करने के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अधिकार देने का प्रस्ताव पारित किया है।