रायपुर 18 मई।भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ को पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने राज्य के वनवासी अंचलों में भूपेश शरकार के खिलाफ भारी आक्रोश होने का दावा करते हुए कहा कि वह इस सरकार के खिलाफ लम्बी लड़ाई के लिए तैयार हैं।
डा.सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की आज से भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत बस्तर के शुरू हुए दौरे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि..लोगो से सीधे मिलने की उनकी यह यात्राएं न तो किसी कार्ययोजना को बनाने के लिए न ही किसी के विस्तार के लिए हो रही हैं..केवल कुछ लोगो के साथ फोटो खिंचवाने और कुछ को आर्थिक मदद देकर प्रचार करने तक ही सीमित हैं..।उन्होने कहा क् पूरे वनवासी अंचल में इस सरकार के प्रति लोगो में गुस्सा हैं।
उन्होने कहा कि सरकार की नीति का वनवासियों ने अपनी समिति बनार तेदूपत्ता खऱीद शुरू कर खुला विरोध कर दिया हैं।सरकार की समिति को उन्होने नजरदांज कर दिया हैं। पहली बार ऐसा हो रहा हैं।उन्होने कहा कि इस सरकार के साढ़े तीन वर्ष के कार्यकाल में वनवासी त्रस्त हो चुका है और वह लम्बी लड़ाई के लिए तैयार हैं।उन्होने भूपेश सरकार को धरना प्रदर्शन के लिए बनाए नए नियमों का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि भाजपा के नेतृत्व में लाखो लोगो ने इसके विरोध में उतर कर साफ संकेत दे दिया हैं।इस मसले पर राजनीतिक रूप से तो लड़ाई जारी ही रहेंगी कानूनी रूप से इसके खिलाफ लड़ाई लड़ी जायेंगी।
डा.सिंह ने कांग्रेस के उदयपुर में हुए चिन्तन शिविर पर भी तंज कसते हुए कहा कि 2013 में जयपुर में चिन्तन शिविर हुआ था तब कांग्रेस की 13 राज्यों में सरकार थी अब 2022 में चिन्तन शिविर हुआ तो वह महज दो राज्यों तक सिमट गई।उन्होने कहा कि पूरी पार्टी तीन लोगो सोनिया राहुल और प्रिंयका के पीछे खड़ी है और नेता उनके पास न तो तब थे और न आज।उन्होने कहा कि राहुल को केन्द्र में रखकर आयोजित शिविर में भी उनसे पार्टी का नान प्लेइंग कैप्टन बनने की मनुहार की गई पर उसके लिए वह तैयार नही हैं। कुल मिलाकर कांग्रेस दिशाहीन हो चुकी हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक के बारे में पूछे जाने पर उऩ्होने कहा कि बैठक में पांच राज्यों में हुए चुनावों में पार्टी की सफलता पर जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति भार व्यक्त किया जायेंगा वहीं मोदी सरकार के कार्यकाल को 30 मई को आठ वर्ष पूरे होने पर सरकार की उपलब्धियों को जन जन तक पहुंचाने पर भी चर्चा होंगी।छत्तीसगढ़ में शक्ति केन्द्रों के विस्तार पर भी बैठक में जानकारी दी जायेंगी।