मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज अपने एक दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ के चारामा पहुंचे. विश्व आदिवासी दिवस और सामाजिक समरसता सम्मेलन में शामिल होकर उन्होंने 40 करोड़ के 126 विकास कार्यों की भूमिपूजन और शिलान्यास किया. इसके साथ ही दरगहन गांव चौक में शहीद बिरसामुंडा के प्रतिमा का अनावरण किया. इसके बाद शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम चारामा में विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में शामिल होते हुए आदिवासी समाज के लोगो को संबोधित किया.
कहा- आदिवासी भाई-बहनों को योजनाओं का लाभ मिल रहा
इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि वनवासी क्षेत्रों में आदिवासी भाई-बहनों को योजनाओं का बड़ा लाभ मिल रहा है. उन्होंने कहा कि वनाधिकार पट्टा, जमीन वापसी, वन संसाधन अधिकार जैसे महत्त्वपूर्ण निर्णय राज्य सरकार ने लिया है. उन्होंने आगे कहा कि इसको लेकर पेशा कानून लागू था लेकिन नियम नहीं बने थे. हमने नियम बनाए और अब आदिवासियों को उनका अधिकार मिल रहा है
भानुप्रतापपुर या अंतागढ़ को जिला बनाने पर ये कहा
उन्होंने कहा कि चारामा के वासियों को 40 करोड़ 5 लाख रुपये के 126 विकास कार्यों की सौगात दी गई है. इसमें जिले में स्टेडियम से लेकर नए सरकारी भवन, स्कूल, पुल-पुलिया शामिल है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के विकास के लिए लगातार राज्य सरकार प्रयास कर रही है. वहीं आने वाले समय में भानुप्रतापपुर या अंतागढ़ को जिला बनाने पर भी विचार किया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों ब्लॉक की समिति पहले तय कर लें किसे जिला बनाया जाना है.
समिति के फैसले के बाद ही राज्य सरकार इस पर निर्णय ले पाएगी. उन्होंने कहा कि भानुप्रतापपुर को जिला बनाया जाना चाहिए या अंतागढ़ को इसको लेकर पहले समिति तय करेगी उसके बाद आगे सरकार निर्णय लेगी. वहीं बस्तर में कई सालों से सरकारी विभागों में एक ही जगह पदस्थ अधिकारियों के तबादला नहीं होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी ट्रांसफर पर से बैन हटाया गया है.