रायपुर/नई दिल्ली 07दिसम्बर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि कौशल उन्नयन योजनाओं की बदौलत राईजिंग छत्तीसगढ़ अब विकास की तेज दौड़ लगाने वाले रनिंग छत्तीसगढ़ में तब्दील हो गया है।
डा.सिंह आज नई दिल्ली में मेल टुडे समाचार पत्र द्वारा आयोजित स्किल एवं एन्टरप्रोन्योरशिप समिट को संबोधित कर रहे थे।उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ में युवाओं को रोजगार से जोड़ने का हमारा मूलमंत्र है राइट टू स्किल और राइट स्किल।उन्होंने कहा कि हमने स्थानीय और राष्ट्रीय रोजगार आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया और इसलिए प्रशिक्षण के उपरान्त उन्हें रोजगार प्राप्त करने में आसानी होती है।
उन्होने कहा कि हमने छत्तीसगढ़ में युवाओं को कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए बस्तर नेट और स्काई जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं प्रारंभ की है। इसके तहत हम 45 लाख युवाओं को स्मार्ट फोन प्रदान कर रहे है और इस स्मार्ट फोन को जीपीएस युक्त ऐसे एप्लीकेशन से जोड़ रहे है, जिससे लोग आसानी से अपने आसपास उपलब्ध प्रशिक्षित युवाओं को ढूंढकर उनसे कार्य ले सकते है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जो देश के मध्य में स्थित है और सड़क, रेल, एयर के साथ साथ अब इंटरनेट कनेक्टिविटी के माध्यम में अव्वल है।
समिट में मुख्यमंत्री ने कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षित छत्तीसगढ़ के जशपुर की कु. ललिता एक्का और सीता नाग की सफलता की कहानी सुनाते हुए उन्हें लोगो से मिलवाया।डा.सिंह ने बताया कि किस तरह ये बेटियां फायर और सेक्यूरिटी का प्रशिक्षण लेकर नई दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि यह हमारी कौशल विकास योजना की सफलता का विलक्षण उदाहरण है कि आदिवासी क्षेत्र की इन लड़कियों में इतना आत्मविश्वास आ गया है। इस अवसर पर जनसंपर्क विभाग के विशेष सचिव राजेश सुकुमार टोप्पो, आवासीय आयुक्त संजय कुमार ओझा और विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी अरूण बिसेन भी उपस्थित थे।