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Adani power में होगा 6 सब्सिडियरी कंपनियों का मर्जर, पढ़े पूरी खबर 

हिंडनबर्ग विवाद के बाद अडानी ग्रुप की पावर कंपनी से जुड़ी एक बड़ी खबर है। अडानी पावर (Adani power) में उसकी 6 सब्सिडियरी कंपनियों का मर्जर होने जा रहा है। इसके लिए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने मंजूरी दे दी है। NCLT ने आज गुरुवार को अडानी पावर महाराष्ट्र, अडानी पावर राजस्थान, उडुपी पावर कॉरपोरेशन, रायपुर एनर्जेन, रायगढ़ एनर्जी जेनरेशन और अडानी पावर (मुंद्रा) के अडानी पावर के साथ विलय को मंजूरी दे दी है। अडानी पावर ने दी जानकारी अडानी पावर ने गुरुवार को स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि, “हम सूचित करना चाहते हैं कि एनसीएलटी  ने अडानी पावर लिमिटेड (एपीएल) की छह पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों के विलय की योजना को मंजूरी दे दी है। 1. अडानी पावर महाराष्ट्र लिमिटेड, 2.अडानी पावर राजस्थान लिमिटेड, 3. उडुपी पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड, 4. रायपुर एनर्जेन लिमिटेड, 5. रायगढ़ एनर्जी जनरेशन लिमिटेड, 6. एपीएल के साथ अडानी  पावर (मुंद्रा) लिमिटेड का अडानी पावर में विलय होगा। अडानी पावर के शेयरों में गिरावट अडानी पावर के शेयरों में आज 5% का लोअर सर्किट था। कंपनी के शेयर हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद लगातार लोअर सर्किट में हैं। इसका शेयर प्राइस 172.80 रुपये पर आ गया है। पिछले साल अडानी पावर के शेयरों ने मल्टीबैगर रिटर्न दिया था। लेकिन इस साल YTD में इसने 42.04% टूट गया है। वहीं, महीनेभर में यह शेयर लगभग 40% तक गिर गया है। अमेरिकी फ़ॉरेंसिक फ़ाइनेंशियल कंपनी हिंडनबर्ग की ओर से 24 जनवरी को अडानी समूह पर अकाउंटिंग  फ्राॅड और शेयरों की वैल्यूएशन  में हेरफेर  से जुड़े आरोप लगाने के बाद से उसकी कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। योगी सरकार ने कैंसिल किया था टेंडर आपको बता दें कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद  यूपी सरकार की यूनिट मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने अडानी समूह की  कंपनी  अडानी पावर की ओर से स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का टेंडर निरस्त कर दिया है।  यह टेंडर  लगभग 5,400 करोड़ का था। टेंडर की दर अनुमानित लागत से क़रीब 48 से 65 प्रतिशत अधिक होने की वजह से इसका शुरू से ही विरोध हो रहा था। अडानी पावर का प्रॉफिट घटा, रेवेन्यू बढ़ा अडानी ग्रुप की इस कंपनी को दिसंबर तिमाही में 96% का तगड़ा नुकसान हुआ है। कंपनी ने बुधवार को कहा कि उसका कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 31 दिसंबर, 2022 (Q3FY23) को समाप्त तिमाही में सालाना आधार पर 96% घटकर 8.7 करोड़ रुपये रह गया है। कंपनी को पिछले साल की इसी तिमाही में ₹218.5 करोड़ का प्रॉफिट हुआ था। इस वित्तीय वर्ष की सितंबर तिमाही में अडानी पावर ने टैक्स के बाद कंसोलिडेटेड प्रॉफिट (PAT) में 401.6% की तेजी थी और यह ₹695.53 रुपये पर पहुंच गया था। इससे पहले सितंबर 2021 में यह ₹230.6 करोड़ था। वहीं, अडानी पावर का रेवेन्यू दिसंबर तिमाही में 45% बढ़ गया और यह 7,764.4 करोड़ रुपये हो गया है। एक साल पहले कंपनी का रेवेन्यू 5,360.9 करोड़ रुपये था। एबिटा एक साल पहले इसी अवधि में ₹1,770.8 करोड़ के मुकाबले 17% कम होकर ₹1,469.7 करोड़ रही।