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कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए तैयारियां जोरो पर

रायपुर 09 फरवरी।छत्तीसगढ़ की राजधानी नवा रायपुर में इस माह के अन्त में होने वाले कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए तैयारियां जोरो पर हैं।अधिवेशन के लिए टेन्ट लगाने का काम आज से विधिवत शुरू हो गया।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भूमिपूजन कर टेन्ट लगाने के काम की औपचारिक रूप से शुरूआत की।श्री बघेल ने इस मौके पर पत्रकारों को बताया कि मुख्य भव्य पंडाल में 14 हजार लोगो के बैठने की व्यवस्था होंगी।मीडिया के लिए अलग पंडाल लगाया जायेगा।इसके सामने कांग्रेस के इतिहास को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनी लगाई जायेंगी।साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार की उपलब्धियों को भी प्रदर्शित किया जायेगा।इसके साथ ही राज्य के महिला स्वं सहायता समूहों एवं आदिवासी भाई बहनों के द्वारा तैयार सामानों को भी विक्रय के लिए रखा जायेंगा।

उन्होने बताया कि पिछलों दिनों कांग्रेस महासचिव वेणुगोपाल जी,पवन कुमार बंसल जी एवं तारिक अनवर जी ने यहां का दौरा कर अधिवेशन की तैयारियों के सम्बन्ध चर्चा की थी उसी के अनरूप काम चल रहा हैं।उन्होने कहा कि अधिवेशन के लिए बेहतर से बेहतर व्यवस्था करने की कोशिश की जा रही हैं।यह तीन दिवसीय अधिवेशन 24 फरवरी को शुरू होगा और 26 फरवरी को एक बड़ी जनसभा के साथ समाप्त हो जायेगा।

श्री बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संसद पर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के जबाव पर कांग्रेस पर किए दोषारोपण के बारे में पूछे जाने पर कहा कि श्री मोदी की आदत में ही हैं कि मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए वह इधर उधर की बातें करते हैं।उन्होने कहा कि राहुल जी ने सीधे सीधे अडानी के साथ उनके गठजोड़ का आरोप लगाया है और बहुत सारी जानकारी अपने भाषण में दी है,उसका वह सीधा जवाब क्यो नही देते।

उन्होने कहा कि अमरीकी कम्पनी की रिपोर्ट के बाद अडानी के शेयरों में भारी गिरावट और उनके दुनिया के पूंजीपतियों की सूची में दो नम्बर से नीचे गिरकर 23वें नम्बर पर पहुंचने के बाद भी एलआईसी से उन्हे फिर धन दिया जाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हैं।एलआईसी में लोग भविष्य के लिए निवेश करते हैं उसको कमजोर करने की कोशिश मित्र को लाभ पहुंचाने के लिए हो रही हैं।

झीरम नक्सल हमले की जांच के लिए गठित आयोग का कार्यकाल बढ़ाने पर भाजपा नेताओं की आलोचना के बारे में पूछे जाने पर उन्होने कहा कि इस मामले की एनआईए जांच कर रही हैं। राज्य सरकार यह जांच एनआईए से वापस लेना चाहती हैं पर तमाम प्रयासों और केन्द्रीय गृह मंत्री से चर्चा के बाद भी जांच वापस नही की जा रही हैं।अगर इस नक्सल हमले के सच को जानने में भाजपा के नेताओं की वाकई रूचि हैं वह एनआईए से जांच वापस करवा दे।उन्होने कहा कि जांच वापस होने पर हम तत्कालीन मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह,सुरक्षा के लिए जिम्मेदार रहे मुकेश गुप्ता,पूर्व मंत्रियों के साथ ही अपने मंत्रिमंडल सहयोगी कवासी लखमा का भी नारको टेस्ट करवाने को वह तैयार हैं।