नई दिल्ली 07 जून।आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने आगामी विपणन सत्र के लिए सभी खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि को मंजूरी दी है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने संवाददाताओं को बताया कि इस वर्ष बढ़ाया गया न्यूनतम समर्थन मूल्य पिछले कई वर्षों में सर्वाधिक है।उन्होने बताया कि फसल वर्ष 2023-24 के लिए सामान्य श्रेणी के धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 143 रुपये बढ़ाकर दो हजार 183 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो पिछले वर्ष 2040 रुपये प्रति क्विंटल था। ए-श्रेणी के धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 163 रुपये बढ़ाकर 2203 रूपए प्रति क्विंटल किया गया है जो पहले 2060 रुपये था।
उन्होने बताया कि मूंग के न्यूनतम समर्थन मूल्य में सबसे अधिक 10.4 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। इसे पिछले वर्ष के 7755 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 8558 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
बाजरा के लिए किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर अपेक्षित मार्जिन सबसे अधिक 82 प्रतिशत होने का अनुमान है, इसके बाद अरहर पर 58 प्रतिशत, सोयाबीन पर 52 प्रतिशत और उड़द पर 51 प्रतिशत है। बाकी फसलों के लिए किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर मार्जिन कम से कम 50 प्रतिशत होने का अनुमान है।