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बघेल के विभागों की 284 करोड़ 31 लाख रूपये की अनुदान मांगे पारित

रायपुर 21 फरवरी।सहकारिता, पर्यटन और संस्कृति विभाग की वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए आज विधानसभा में 284 करोड़ 31 लाख 62 हजार रूपए की अनुदान मांगों के प्रस्तावों को ध्वनि मत से पारित कर दिया गया।

पर्यटन, संस्कृति और सहकारिता मंत्री दयालदास बघेल ने आज अनुदान मांगों के प्रस्तावों को प्रस्तुत किया। इन अनुदान मांगों में सहकारिता विभाग के लिए 182 करोड़, 98 लाख 81 हजार रूपये, संस्कृति विभाग के लिए 42 करोड़ 32 लाख 81 हजार रूपए और पर्यटन विभाग के लिए 59 करोड़ रूपए की अनुदान मांगों के प्रस्ताव स्वीकृत किए गए हैं।

श्री बघेल ने आज अनुदान मांगों पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए बताया कि नया रायपुर में पुरखौती मुक्तांगत में छत्तीसगढ़ की संस्कृति की झलक दिखती है। यहां जनजाति कला का प्रदर्शन आमचो बस्तर के अंतर्गत किया गया है।वहीं पर सरगुजा क्षेत्र की संस्कृति को प्रदर्शन के लिए सरगुजा प्रखंड को विकसित किया जा रहा है।इसके साथ अगले क्रम में छत्तीसगढ़ के मध्य मैदानी क्षेत्रों की संस्कृति को प्रदर्शित किया जाएगा।

श्री बघेल ने बताया कि रायपुर स्थित महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय को नवीन रूप दिया गया है। उन्होने बताया कि मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह की घोषणा के अनुरूप राज्य के प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता, निर्माता, निर्देशक किशोर साहू की स्मृति में फिल्म निर्देशन के क्षेत्र में कार्य करने के लिए दस लाख रूपये का राष्ट्रीय स्तर का अलंकरण और दो लाख रूपये का राज्य स्तरीय सम्मान की स्थापना की गई है।

संस्कृति मंत्री ने बताया कि एक भारत श्रेष्ठ भारत योजना का मुख्य उद्देश्य अनेकता में एकता है। योजना के तहत छत्तीसगढ़ और गुजरात राज्य के कलाकार एक-दूसरे के राज्य में अपनी लोक कलाओं का प्रदर्शन करते हैं। योजना के तहत कृषि, कला, संस्कृति, चित्रकला, साहित्य, संगीत, नृत्य, पर्यटन, खेल और रीति-रिवाज आदि विषयों में राज्य की विशेषताओं को प्रदर्शित कर आदान प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य भाषा आयोग द्वारा छत्तीसगढ़ी के प्रचार-प्रसार के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है। राज्य पुरातत्व संपदा के संरक्षण के लिए कार्य किए जा रहे हैं।

श्री बघेल ने सहकारिता विभाग की अनुदान मांगों की चर्चा के जवाब में बताया कि राज्य में 10 लाख चार हजार किसानों को रूपे किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए जा चुके हैं।इसके जरिए किसान छत्तीसगढ़ सहित देश में किसी भी ए.टी.एम. से नगद आहरण कर सकते हैं।श्री बघेल ने बताया कि राज्य की छह जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों में रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, अम्बिकापुर तथा जगदलपुर का विलय छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक में किया जाना है।

उन्होने बताया कि राज्य में सहकारिता के अंतर्गत चार शक्कर कारखाना कार्यरत है। इनमें चार लाख 78 हजार 392 मीटरिक टन गन्ने की पिटाई की जा रही है। इसमें चार लाख 13 हजार 180 क्विंटल शक्कर का उत्पादन हुआ है।