रायपुर 27 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ की पहले चरण की चार सीटों पर पिछली बार उम्मीदवारों के हार जीत के अन्तर से अधिक वोट नोटा को मिले थे।घुर नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा सीट पर सबसे अधिक मतदाताओं ने नोटा को वोट दिया था।
निर्वाचन के आकड़ों के अनुसार दंतेवाड़ा सीट पर भाजपा के भीमा मंडावी ने कांग्रेस की देवती कर्मा को 2172 मतों से शिकस्त दी थी जबकि इस सीट पर 9929 वोट नोटा को मिले थे।इसी प्रकार नक्सल प्रभावित नारायणपुर सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार चंदन कश्यप ने भाजपा के उम्मीदवार एवं तत्कालीन रमन सरकार में मंत्री रहे केदार कश्यप को 2647 मतों से शिकस्त दी जबकि 6858 मत नोटा को मिले।
तीसरी नक्सल प्रभावित सीट कोन्डागांव में कांग्रेस के उम्मीदवार मोहन मरकाम ने भाजपा की उम्मीदवार लता उसेन्डी को 1796 मतों से शिकस्त दी जबकि इस सीट पर नोटा को 5146 मत हासिल हुए। खैरागढ़ सीट पर जनता कांग्रेस के देवब्रत सिंह ने भाजपा के उम्मीदवार कोमल जंघेल को महज 870 वोटो से शिकस्त दी जबकि 3068 वोट नोटा को मिले।
केवल नोटा ही नही बल्कि तीसरे दलों की उपस्थिति ने 36 सीटों पर कांग्रेस और भाजपा की चुनावी संभावनाओं को प्रभावित किया था।बिलासपुर संभाग में तीसरे दलों ने दोनो मुख्य परम्परागत प्रतिद्धन्दी दलों कांग्रेस एवं भाजपा के चुनाव परिणामों को ज्यादा प्रभावित किया।इसमें सबसे अधिक नुकसान जनता कांग्रेस एवं बसपा गठबंधन की वजह से भी हुआ था।
तीसरे दलों के कारण भरतपुर सोनहट,मनेन्द्रगढ़,प्रेम नगर, रानानुजगंज,जशपुर, रायगढ़,रामपुर, कोरबा,कठघोरा, पालीतानाखार,कोटा,मुंगेली,तखतपुर,बिल्हा,बेलतारा, मस्तुरी, अकलतरा,जांजगीर चापा,चंदपुर,जैजेपुर,पामगढ़, बसना,महासमुन्द,भिलाईगढ़,बलौदा बाजार, भाटापारा,रायपुर ग्रामीण,आरंग,आभनपुर,बिन्द्रानवागढ़,कुरूद,धमतरी,दुर्ग शहर,बेमेतरा,पंडरिया,कैरागढ़,मोहला मानपुर,देतेवाड़ा और कोंटा की सीटे पर कांग्रेस या भाजपा की चुनावी संभावनाओं पर असर पड़ा।