देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून इस समय पूरी तरह राममय हो गई है। शनिवार को यहां भव्य श्री राम यात्रा निकाली गई जबकि शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में स्वाति मिश्रा ने अपने राम भजनों से आम और खास सभी को मंत्रमुग्ध किया। आज परेड मैदान से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा उत्सव समिति की ओर से आयोजित ‘राम राज्य शोभायात्रा’ निकाली गई।
“500 से अधिक वर्ष का इंतजार हो रहा खत्म”
इस दौरान, धामी ने कहा कि सभी राम भक्तों का 500 से अधिक वर्ष का इंतजार खत्म होकर भव्य राम मंदिर बनने का सपना पूरा हो रहा है। हजारों साधु संतों राम भक्तों, सनातन प्रेमियों के बलिदान के उपरांत इस पुण्य दिन के हम सब साक्षी बनेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के हम सब साक्षी बनेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राम मंदिर बनाए जाने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। आज उनके नेतृत्व में हमारा देश निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड से भगवान श्री राम का भी विशेष नाता है। देवप्रयाग में भगवान श्री राम को समर्पित रघुनाथ मंदिर एवं बागेश्वर जनपद में निर्मल बहती सरयू नदी है। मां सरयू का उद्गम स्थल हमारे उत्तराखंड में है एवं सरयू किनारे ही अयोध्या धाम में श्री राम विराजमान हैं।
“रामकाज में हमेशा आगे रहते हैं उत्तराखंड के लोग”
धामी ने कहा कि रामकाज में उत्तराखंड के लोग हमेशा आगे रहते हैं। राज्य सरकार द्वारा 22 तारीख को शिक्षण संस्थाओं में अवकाश घोषित करने के साथ ही सरकारी कार्यालयों में अपराह्न 2:30 बजे तक अवकाश घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने अयोध्या में उत्तराखंड सदन बनाए जाने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार से अयोध्या धाम के समीप जमीन दिए जाने का आग्रह किया था, जमीन उत्तराखंड सरकार को आवंटित हो गई है। उन्होंने कहा कि करीब तीन एकड़ भूमि पर उत्तराखंडवासियों के लिए भव्य उत्तराखंड सदन बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत उत्तराखंड सरकार मंत्रिमंडल के साथ राम मंदिर के दर्शन के लिए अयोध्या जाएगी।