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हिसार : राम के आगमन पर जयकारों से गूंजी हरि की भूमि

अयोध्या में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर सोमवार को हरि की भूमि श्रीराम के जय-जयकार से गूंज उठी। प्रदेशभर में 15 हजार मंदिरों में भव्य सजावट की गई, तीन हजार से अधिक स्थानों पर एलईडी के माध्यम से अयोध्या का सजीव प्रसारण दिखाया गया। प्राण प्रतिष्ठा के निश्चित समय पर रामभक्त झूम उठे। शाम ढलते ही दीपों से भवन, प्रतिष्ठान, चौक-चौराहे जगमगा उठे। देर रात तक आतिशबाजी की गई।

प्रदेश के 23 जिलों में रामभक्त सुबह से ही पूरे जोश और उत्साह के साथ हाथों में भगवा लेकर घरों से निकले। वाहनों पर सवार रामभक्त जुलूस के रूप में मंदिरों तथा आयोजन स्थलों तक पहुंचे। कई मंदिरों में सुबह हवन किया गया। सुबह 11 बजे से मंदिरों में एलईडी पर अयोध्या का सजीव प्रसारण दिखाया गया।

दोपहर 12 बजकर 29 मिनट आठ सेकेंड पर जैसे ही प्राण प्रतिष्ठा प्रारंभ हुई रामभक्त अपने स्थानों पर खडे़ होकर झूम उठे। श्रीराम जय राम, जय-जय राम के भजन गूंज उठा। प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन भी रामभक्तों ने सामूहिक रूप से सुना। अयोध्या में प्रभुराम की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर मंदिरों में दिनभर सुंदरकांड का पाठ किया गया। कहीं प्रसाद वितरण किया गया तो कहीं सामूहिक भोज की व्यवस्था भी की गई।

कोई पहुंचा अयोध्या तो किसी ने अपने मंदिर में मनाया उत्सव
विहिप के प्रांत अध्यक्ष पवन कुमार अयोध्या पहुंचे। आरएसएस के प्रांत संघचालक पवन जिंदल गुरुग्राम, आरएसएस के प्रांत कार्यवाह प्रताप जी हिसार में, प्रांत सह कार्यवाह डॉ. प्रीतम कुरुक्षेत्र में, प्रांत सह कार्यवाह राकेश त्यागी बल्लभगढ़ में रहे। विहिप के प्रदेश मंत्री वरुण कुमार भिवानी जिले में रहे। इसी तरह सह मंत्री डॉ. अनीता मान पानीपत में, सह मंत्री सुशील शास्त्री जींद में रहे।

अयोध्या पहुंचकर धन्य हुए संत
सिरसा के उदासीन डेरा बाबा भूमणशाहजी मल्लेवाला के महंत बाबा हरिनाम दास गद्दीनशीन अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए हैं। उन्होंने बताया कि वह प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होकर ऐतिहासिक पल के साक्षी बने हैं, यह उनके लिए सौभाग्य का विषय हैं। अयोध्या में चारों ओर राममय वातावरण है। कुंभ जैसी व्यवस्थाएं हैं। संत समाज में हर्ष है। विभिन्न संगतों के संत एकत्र हुए हैं।