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राज्यपाल हरिचंदन ने गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में किया ध्वजारोहण

रायपुर 26 जनवरी।छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर आज यहां राजधानी में पुलिस परेड ग्राउंड  में आयोजित मुख्य समारोह में ध्वजारोहण किया और परेड की सलामी ली।

    श्री हरिचंदन ने इस मौके पर अपने सम्बोधन में कहा कि हमारा संविधान समय की कसौटी पर खरा उतरा और एक लंबी यात्रा के उपरांत आज हम अपने गणतंत्र के अमृत महोत्सव के मुकाम पर पहुंचे हैं।उन्होने कहा कि संविधान लोकतंत्र की आत्मा है। देश की एकता और अखण्डता बनाए रखने का माध्यम है। संवैधानिक मूल्यों के प्रति अपनी आस्था और विश्वास बनाए रखकर ही प्रत्येक व्यक्ति और प्रदेश राष्ट्र के प्रति अपने कर्त्तव्य का निर्वाह कर सकता है। भारत का प्रत्येक नागरिक संविधान-प्रदत्त अधिकार के माध्यम से अपना जीवन संवार सकता है।

    उन्होने कहा कि गणतंत्र दिवस जन-जन के अधिकारों और संवैधानिक मूल्यों के प्रति अपनी आस्था को मजबूत करने का अवसर है। यह कार्य आम जनता की बुनियादी जरूरतों को पूरा करते हुए, सबको विकास के साधन-सुविधाएं-अवसर देकर ही किया जा सकता है।उन्होने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार ने मिलकर अनेक जनहितकारी नीतियों, योजनाओं, कार्यक्रमों को तेजी से अमल में लाने की दिशा में पुरजोर प्रयास प्रारंभ किया है। छत्तीसगढ़ में छठवीं विधानसभा के गठन के बाद नवगठित सरकार द्वारा पहली कैबिनेट से ही सभी वादे पूरे करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है।

    श्री हरिचंदन ने कहा कि युवा शक्ति हमारे सुरक्षित भविष्य का आधार है। इसे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा-संस्कारों के साथ आजीविका के न्यायपूर्ण अवसर दिलाना हम सबकी जिम्मेदारी है। मेरी सरकार ने वादा किया था कि युवाओं के साथ हुए अन्याय की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। इसके लिए पीएससी प्रकरण की सीबीआई जांच का निर्णय लेकर चयन प्रक्रिया में निष्पक्षता, पारदर्शिता व सुधार लाने का प्रयास किया गया है।

     उन्होने कहा कि भगवान श्रीराम के प्रति आस्था, श्रद्धा और भक्ति का भाव भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लोगों में व्याप्त है। उनकी जन्म स्थली अयोध्या में भगवान राम की स्मृतियों को सहेजने के लिए समस्त स्थलों का जीर्णोद्धार और भव्य मंदिर के निर्माण का सपना 500 वर्षों से जन-जन की आंखों में संजोया हुआ है। यह सपना भगवान श्री राम की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के साथ पूरा हुआ है। मेरी सरकार ने प्रदेश की जनता के लिए श्री रामलला दर्शन योजना प्रारंभ करने का वादा किया था. जिसे पूरा करने का निर्णय ले लिया गया है। इस योजना के तहत हर वर्ष लगभग 20 हजार लोगों को अयोध्या धाम के साथ ही वाराणसी, काशी विश्वनाथ मंदिर एवं कॉरिडोर की तीर्थ यात्रा कराई जाएगी।