नई दिल्ली 20 जुलाई।लोकसभा में सरकार के खिलाफ तेलगुदेशम पार्टी द्वारा पेश अविश्वास प्रस्ताव पर बहस जारी है।
बहस शुरू करते हुए श्री जयदेव गाला ने मौजूदा एनडीए सरकार पर आरोप लगाया कि उसने 2014 में आंध्रप्रदेश के बटवारे के समय से ही इस राज्य से केवल वायदे ही किये और उन्हें पूरा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ने आंध्रप्रदेश को अशक्त बना दिया और बटवारे की वजह से वह कई मानको पर पिछड़ गया है। श्री गाला ने आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की अपनी पार्टी की मांग दोहराई।
बहस में भाग लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि एन डी ए सरकार ने लोगों से केवल बड़े-बड़े वायदे ही किए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने दो करोड़ युवाओं को नौकरियां दिलाने का वायदा किया था, लेकिन केवल चार लाख युवाओं को ही नौकरियां दी गईं।
हिन्दुस्तान के युवा ने प्रधानमंत्री जी पर भरोसा किया था और हर भाषण में प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि 2 करोड़ युवाओं को मैं हर साल रोजगार दूंगा। और सच्चाई है कि सिर्फ चार लाख युवाओं को रोजगार मिला है।
श्री गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि किसानों, दलितों, महिलाओं और युवाओं से सरकार ने खोखले वायदे किए। उन्होंने सरकार से पूछा कि वह राफेल विमानों की खरीद से संबंधित ब्यौरों की जानकारी क्यों नहीं दे रही है। सत्ता पक्ष के कुछ सदस्यों ने श्री गांधी की टिप्पणियों का विरोध किया और शोरगुल करने लगे, जिसके बाद अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने दोपहर एक बजकर 45 मिनट तक के लिए सदन की बैठक दस मिनट के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले, भाजपा सांसद राकेश सिंह ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसके समय में कई घोटाले हुए, जिनसे दुनिया भर में देश की छवि खराब हुई। श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने देश को एक साफ सुथरी सरकार दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह अविश्वास प्रस्ताव इसलिए लाया गया है कि कांग्रेस पार्टी देश में केवल एक परिवार का शासन चाहती है और वह दूसरों को देश की सेवा करते हुए नहीं देख सकती।
देश के कुछ राजनीतिक दलों का अविश्वास प्रस्ताव लेकर आना वो भी ऐसे राजनीतिक दलों का जो राजनीतिक और वैचारिक रूप से जो हमेशा से एक-दूसरे का पुरजोर विरोध करते रहे हों, ये साबित करता है कि कांग्रेस को आज भी एक ही परिवार से बनी हुई सरकार के अलावा देश में कोई भी दूसरी सरकार स्वीकार नहीं हैं।
बहस शुरू होने से पहले बीजू जनता दल के सदस्य सदन से उठकर चले गये। पार्टी के लोकसभा सदस्य भृतहरि मेहताब ने आरोप लगाया कि ओडिशा के लोगों के साथ पिछली कांग्रेस सरकार और भाजपा के नेतृत्व वाली वर्तमान सरकार ने कोई न्याय नहीं किया।इस बीच, शिवसेना ने अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान अनुपस्थित रहने का फैसला किया है।