नई दिल्ली 21 जुलाई।वित्तमंत्री पीयूष गोयल ने आज कहा कि वस्तु और सेवाकर(जीएसटी) से कर व्यवस्था में पारदर्शिता और ईमानदारी बढ़ेगी।
श्री गोयल ने आज यहां जी.एस.टी. परिषद की 28वीं बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि जी.एस.टी कर प्रणाली को बेहतर ढंग से लागू करने से लोगों को फायदा होगा और कई वस्तुएं और सेवाएं सस्ती होंगी।उन्होंने कहा कि जी.एस.टी. सहकारी संघवाद का एक उदाहरण है। उन्होंने इसे लागू करने में सहयोग देने के लिए राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के प्रति आभार व्यक्त किया।
सूत्रों ने कहा कि कर दरों को तर्क संगत बनाने के लिए कम राजस्व वाली कुछ वस्तुओं की जी.एस.टी. दरों में कटौती पर विचार किया जा सकता है। जिनमें सेनेट्री नैपकिन, हस्तकला और हथकरघा की वस्तुएं शामिल हो सकती हैं। परिषद इस मुद्दे पर विभिन्न पक्षों से विचार-विमर्श करेगी।