
जम्मू, 26 अगस्त। जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। प्रशासन ने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन और पत्थर गिरने की घटनाओं के चलते मार्ग को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है और हाई अलर्ट जारी किया गया है।
चेनाब, रावी, तावी और उझ नदियों में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे जम्मू, कठुआ, उधमपुर, मंडीवाला और जौरियां जैसे क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे नदियों के किनारे जाने से बचें।
यातायात और सेवाएं प्रभावित
- रेल सेवाएं: निचले क्षेत्रों में रेल सेवाएं एहतियातन बंद कर दी गई हैं।
 - वैष्णो देवी यात्रा: मौसम की गंभीरता को देखते हुए हेलिकॉप्टर सेवाएं भी अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई हैं।
 - राष्ट्रीय राजमार्ग-44 (जम्मू-श्रीनगर मार्ग): भारी भूस्खलन के कारण पूरी तरह से बंद।
 
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने आगामी दिनों में और अधिक बारिश की संभावना जताई है:
- 27 से 29 अगस्त: कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और गरज के साथ छींटे।
 - 30 अगस्त तक: मध्यम से भारी बारिश, खासकर जम्मू संभाग में।
 - 2 से 5 सितंबर: कुछ क्षेत्रों में हल्की वर्षा और गरज की आशंका।
 
मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्थिति को “गंभीर” बताते हुए प्रशासन को हाई अलर्ट पर रहने और सभी बाढ़ नियंत्रण उपायों को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को हुई समीक्षा बैठक में उन्होंने राहत और बचाव कार्यों की निगरानी के आदेश भी दिए।
निम्न क्षेत्रों में जलभराव
लगातार बारिश के कारण कई नदियां और नाले खतरे के निशान के ऊपर बह रहे हैं, जिससे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन गई है। कई सड़कों पर यातायात पूरी तरह बाधित है।
CG News | Chhattisgarh News Hindi News Updates from Chattisgarh for India