नई दिल्ली 18अक्टूबर।उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी का आज यहां के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे 93 वर्ष के थे।
अस्पताल के अनुसार लगभग एक वर्ष से अस्पताल में भर्ती श्री तिवारी को दोपहर लगभग दो बजे दिल का जबर्दस्त दौरा पड़ा और उनका निधन हो गया।आज ही श्री तिवारी का जन्मदिन था और उनके पुत्र रोहित ने दो घंटे पहले ही अस्पताल में ही उनका जन्मदिन मनाया था।
श्री तिवारी एक राजनीतिज्ञ, स्वतंत्रता सेनानी, छात्र नेता, समाजवादी और एक मंझे हुए राजनेता थे ।उनका का जन्म अविभाजित उत्तर प्रदेश के नैनीताल जिले में हुआ था। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान वह अपने पिता के साथ जेल भी गये! जब देश आजाद हुआ तब 1947 में न केवल उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय टॉप किया बल्कि उसके छात्र संघ के अध्यक्ष भी चुने गये। शुरुआत में वो प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर विधायक बने औऱ बाद में कांग्रेस में शामिल हो गये तथा तीन बार अविभाजित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, बाद में वो उत्तराखंड में भी मुख्यमंत्री बने।
श्री तिवारी कई बार लोकसभा और राज्यसभा के लिए चुने गये और केन्द्र सरकार में विभिन्न मंत्री पदों पर रहे।श्री तिवारी आंध्र प्रदेश के राज्यपाल भी रहे।पिछले साल ही वह उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उनके निधन पर दु:ख व्यक्त किया है।