रायपुर 03 नवम्बर।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं उत्तरप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं के बदहाल स्थिति में होने का आरोप लगाते हुए कहा कि डाक्टर होते हुए भी मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य ढांचे को आईसीयू में पहुंचा दिया है।
श्री राज बब्बर ने आज यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में आरोप लगाया कि आज स्वास्थ्य के मामले में देश के 21 राज्यों में से छत्तीसगढ़ का स्थान 20वां है।यह विकास का कौन सा मॉडल डा.रमन सिंह ने खड़ा किया है, यह समझ से परे है।उन्होने कहा कि न तो अस्पताल बेहतर है,और न ही डाक्टर ही पर्याप्त संख्या में है।लोग निजी अस्पतालों के भरोसे जीवन बचाने को मजबूर है।
उन्होने कहा कि रमन सरकार ने स्वयं विधानसभा में स्वीकारा कि राज्य में चिकित्सा विशेषज्ञो के कुल स्वीकृत पदो 1525 के विरुद्ध 175 विशेषज्ञो कार्यरत है और 1350 पद रिक्त है।जबकि चिकित्सा अधिकारियों के कुल स्वीकृत 2048 पदो के विरुद्ध 1359 चिकित्सक कार्यरत है तथा 689 पद रिक्त है।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि नया रायपुर मे निर्मित हुए वेदान्ता केंसर अस्पताल मे गरीबो का निशुल्क इलाज करने हेतु सरकार से अनुबन्ध हुआ था, जिसे सरकार ने रद्द कर अस्पताल प्रबंधन को मनमाना शुल्क वसूल करने की छूट दे दी गयी है। वेदांता को गरीबों के इलाज के लिए अस्पताल की जगह दी गई, लेकिन अस्पताल तैयार होते होते उसे प्राइवेट कर दिया गया और गरीबों के इलाज की सुविधा ख़त्म कर दी गई।