नई दिल्ली 23 जनवरी।राष्ट्र आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी 122वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज नेताजी सुभाष चन्द बोस की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।श्री कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर संसद के केन्द्रीय कक्ष में अनेक गणमान्य लोगों ने नेताजी को पुष्पांजलि अर्पित की। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, कांग्रेस नेता गुलामनबी आजाद और संसदीय मामलों के राज्यमंत्री विजय गोयल श्रद्धांजलि देने वालों में शामिल थे।नेताजी की जन्मस्थली ओडिसा के कटक में कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के लालकिले में नेताजी सुभाष चंद्र बोस संग्रहालय का उद्घाटन किया।नेताजी सुभाष चंद्र बोस संग्रहालय में नेताजी और इंडियन नेशनल आर्मी से जुड़ी कई वस्तुएं रखी हुई हैं। इनमें नेताजी द्वारा इस्तेमाल की गई लकड़ी की कुर्सी और तलवार, पदक, वर्दी के अलावा अन्य प्राचीन वस्तुएं शामिल हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने याद-ए-जलियां संग्रहालय का भी उद्घाटन किया जिसमें 13 अप्रैल, 1919 में हुए जलियांवाला बाग नरसंहार का प्रामाणिक लेखा-जोखा मौजूद है। 1857 में हुए भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम पर बने संग्रहालय का भी उद्घाटन किया गया।
इस संग्रहालय में 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारतीयों के शौर्य और बलिदान को दर्शाने वाली सामग्री रखी गई है। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने भारतीय कला पर बने दृश्यकला-संग्रहालय का भी उद्घाटन किया जहां 16वीं शताब्दी से लेकर भारत की स्वाधीनता तक के दौर की भारतीय कलाकृतियां मौजूद हैं।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट संदेश में कहा है कि भारत के समृद्ध इतिहास और संस्कृति से संबंधित इन चार संग्रहालयों का उद्घाटन उनके लिये विनयपूर्ण है। उन्होंने कहा कि संग्रहालयों का समूचा परिसर क्रांति मंदिर के रूप में जाना जाएगा। श्री मोदी ने कहा कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस और आज़ाद हिंद फौज इस क्रांति मंदिर के महत्वपूर्ण अंग हैं।